बिरौल देशज टाइम्स डिजिटल डेस्क। पहली बार नगर निकाय के प्रोटोकॉल में शामिल हुए अनुमंडल क्षेत्र के नगर पंचायत बिरौल, घनश्यामपुर तथा कुशेश्वरस्थान को नये व्यवस्था के तहत कई महत्वपूर्ण चुनौती का सामना करना पड़ेगा। आखिर क्या है यह चुनौती, क्यों होगी ऐसी परिस्थिति पढ़िए उत्तम सेन गुप्ता की यह रिपोर्ट
सबसे पहले इनके कार्य क्षेत्र में अपना एक कार्यालय होना जरूरी है। जहां कार्यपालक अधिकारी एवं सरकारी कर्मी के साथ साथ मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद के अलावा वार्ड पार्षदों के बैठने एवं मिटिंग हॉल की व्यवस्था होनी चाहिए।
इसके लिए संबंधित अंचल कार्यालय को नवगठित नगर पंचायत क्षेत्र अधिन सरकारी भूमि उपलब्ध करना पहली प्राथमिकता होगी।
इन तीनों नगर पंचायत कार्यालय के उपर विकास कार्य के अलावा बाजार मे ट्राफिक की समस्या,सरकारी भूमि को अवैध कब्जा से मुक्त कराना, चौपट शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त
करने, व्यवसायिक प्रतिष्ठान वह चाहे छोटा हो या बड़ा से निर्धारित किये जाने वाले टैक्स की वसूली, साफ-सफाई सहित कई महत्वपूर्ण समस्या का समाधान करना एक बड़ी चुनौती होगी।
बिरौल के बीडीओ प्रेम सागर मिश्र ने बताया कि अपना भवन उपलब्ध नहीं होने तक फिलहाल प्रखंड कार्यालय भवन के पहले मंजिल पर नगर पंचायत कार्यालय का संचालन किया जाएगा। इसके लिए दो कमरा और एक हॉल पूर्व से उपलब्ध है।