प्रशांत कुमार, कुशेश्वरस्थान देशज टाइम्स। जिले के सबसे सुदूरवर्ती एवं दरभंगा, सहरसा तथा खगड़िया (Darbhanga, Saharsa, Khagaria) जिले की सीमावर्ती क्षेत्र तिलकेश्वर ओपी में शुक्रवार को बिरौल एसडीपीओ मनीष चन्द्र चौधरी (SDPO Manish Chandra Chowdhary) ने अनुमंडल स्तरीय क्राइम मिटिंग किया।
इस मीटिंग में शामिल होने के लिए एसडीपीओ नदी में नाव पर गाड़ी पार कर तिलकेश्वर पहुंचे। इस दौरान मासिक अपराध की समीक्षा, वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी, एरिया डोमिनेशन, सघन छापेमारी, थाना की साफ सफाई, तथा सभी थाना क्षेत्र के फरार अभियुक्तों की सूची मांगी गई है।
फसलों की कटाई के समय किसी प्रकार का विवाद उत्पन्न न हो पाए इसके लिए सूचना तंत्र को मजबूत करने के साथ ही शराब तस्करों को धरपकड़ अभियान लागातार जारी रखने का निर्देश दिया है।
उन्होंने थानाध्यक्ष को पुलिस पब्लिक के बीच सीधा संवाद करने को कहा किसी भी सूरत में अपराध करने वाले लोगों को किसी प्रकार का लाभ नहीं मिलना चाहिए, सूचना तंत्र को मजबूत करते हुए त्वरित कार्रवाई करें।
जानकारी के अनुसार,तिलकेश्वर ओपी क्षेत्र में पड़ोसी जिले में अपराधियों का गढ़ रहा है अपराधी इस क्षेत्र में घटना कर बगल के जिले में भाग जाते हैं। अपराधियों का सुरक्षित जॉन होने के कारण ही तिलकेश्वर ओपी की स्थापना सन 1972 में की गई थी।
स्थापना के बाद एएसपी मनु महाराज, मनोज कुमार, बाबूराम सहित कई पुलिस पदाधिकारी दौरा जरूर किए लेकिन अपराधियों के नकेल कसने के उद्देश्य से दूसरी बार छह थाना प्रभारी के साथ बिरौल एसडीपीओ (SDPO Manish Chandra Chowdhary) ने क्राइम मिटिंग की। माना जाता है कि इस दियारा में सड़क नहीं रहने के कारण लागातार घटना घटित होती रहती है।
मौके पर बिरौल सर्किल इंस्पेक्टर सुरेश राम, बिरौल थाना अध्यक्ष सत्यप्रकाश झा, कुशेश्वरस्थान थाना प्रभारी अमित कुमार, जमालपुर थाना प्रभारी राजनंदन, तिलकेश्वर ओपी प्रभारी अशगर इमाम, बजरा प्रभारी राम प्रवेश, एएलटीएफ प्रभारी राजनाथ सिंह सहित कई पुलिस पदाधिकारी मौके पर मौजूद थे।