Bihar Job Fair: सपनों को पंख देने की कवायद, जहां उम्मीदों के बीज बोए गए और नवयुवाओं ने अपने भविष्य की राह तलाशी।
कड़ाके की ठंड और खराब मौसम के बावजूद युवाओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। बिरौल के सुपौल खेल मैदान, खोड़ा गाछी में गौड़ाबौराम प्रखंड कार्यालय के तत्वावधान में आयोजित रोजगार सह मार्गदर्शन मेले में बड़ी संख्या में युवाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सुबह से ही मेला परिसर में युवाओं की भारी भीड़ देखी गई, जो रोजगार और प्रशिक्षण के अवसरों को लेकर गहरी रुचि और सक्रिय सहभागिता दर्शा रही थी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत-गान एवं राष्ट्रगान के साथ हुआ। इसके उपरांत, प्रबंधक आईबीसीबी शांतनु ठाकुर, बीडीओ मिहिर मयंक, बीपीएम गौरा बौराम सर्वेश शाही, बीपीएम बिरौल आमोद शर्मा, रोजगार प्रबंधक राहुल कुमार बिल्टू, संचार प्रबंधक राजा सागर और जीविका के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर इस महत्वपूर्ण मेले का उद्घाटन किया।
मिथिला की पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार, जीविका दीदियों ने अतिथियों का पाग, चादर और पौधा भेंट कर सम्मानपूर्वक स्वागत किया। उद्घाटन समारोह के बाद, अतिथियों ने विभिन्न कंपनियों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने उपस्थित युवाओं से सीधा संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया, जिससे युवाओं में एक नया जोश भर गया।
ग्रामीण युवाओं के लिए खुला Bihar Job Fair का द्वार
अपने संबोधन में प्रबंधक आईबीसीबी शांतनु ठाकुर ने इस मेले को जीविका दीदियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और अथक प्रयासों का परिणाम बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जीविका ने ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों को एक मंच पर लाया है। उन्होंने सभी उपस्थित युवाओं से इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने और अपनी योग्यता व क्षमता के अनुसार रोजगार चुनकर आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ने की अपील की। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
बीडीओ मिहिर मयंक ने जीविका दीदियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जीविका न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। संचार प्रबंधक राजा सागर ने बताया कि यह रोजगार सह मार्गदर्शन मेला सिर्फ नौकरी पाने का जरिया नहीं, बल्कि स्वरोजगार, कौशल विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में युवाओं को आगे बढ़ाने का एक मजबूत और प्रेरक मंच बन गया है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/
बीपीएम सर्वेश शाही ने जानकारी दी कि यह पहल ग्रामीण युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने और स्थानीय स्तर पर आजीविका के नए अवसर सृजित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि जीविका के निरंतर प्रयासों से महिलाएं और युवा दोनों ही आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से अग्रसर हो रहे हैं। बीपीएम आमोद शर्मा ने युवाओं को अपने कौशल को निखारने और प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार व उद्यमिता के क्षेत्र में प्रगति करने के लिए प्रेरित किया।
781 निबंधित, 410 का चयन: उम्मीदों को मिली उड़ान
रोजगार प्रबंधक राहुल कुमार बिल्टू ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस रोजगार मेले में कुल 14 प्रतिष्ठित कंपनियों ने भाग लिया। खुशी की बात यह रही कि कई कंपनियों ने योग्य अभ्यर्थियों को मौके पर ही नियुक्ति पत्र भी सौंपे। उन्होंने बताया कि इस मेले की सबसे बड़ी सफलता यह थी कि कुल 781 युवाओं ने अपना निबंधन कराया। इनमें से 220 युवाओं का सीधी भर्ती के माध्यम से चयन हुआ, 65 युवाओं का कौशल विकास प्रशिक्षण एवं नियोजन के अंतर्गत प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया, और 125 युवाओं ने स्वरोजगार प्रशिक्षण के लिए आवेदन किया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इस सफल आयोजन के दौरान जीविका जिला कार्यालय से आशीष कुमार, ब्रजकिशोर गुप्ता, बीपीएम अमोद शर्मा, संजीव शर्मा, प्रखंड कार्यालय से सत्या झा, सतीश कुमार महतो, मनीष कुमार शर्मा, नीरज कुमार, लेखापाल सत्येन्द्र ठाकुर, अमर राउत, एमआईएस पंकज कुमार, सक्रीय कैडर संतोष पासवान, गुड़िया झा, रानी, सावित्री, कीमती कुमारी, रिंकू देवी, नंदन कुमार, नेहा, कविता, राहुल, प्रतिभा कुमारी, अशोक कुमार, दिलीप ठाकुर, श्याम कुमार, सुधीर कुमार, गौरी शंकर सहित सैकड़ों जीविका दीदियां और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। यह रोजगार सह मार्गदर्शन मेला हजारों युवाओं के लिए रोजगार और प्रशिक्षण के नए द्वार खोलने वाला एक सफल और प्रेरणादायी आयोजन साबित हुआ, जिसने उनके भविष्य को नई दिशा दी।


