दरभंगा। भाकपा माले पोलित ब्यूरो के सदस्य सह मिथिलांचल के प्रभारी धीरेन्द्र झा ने मंगलवार को संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि अमन भाईचारा की धरती मिथिला रही है। भाजपाई राजनीति और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय की ओर से उन्मादियों, भूमाफियाओं और अपराधियों को दिए जा रहे संरक्षण के चलते यह इलाका अशांत हो गया है।
भाजपा का उन्मादी मिथिला मॉड्यूल के चलते
मॉबलिचिंग की कई घटनाएं हुई हैं। कई जगहों पर दंगे की कोशिश हुई है। अपराध की जघन्य घटनाएं घटित हुई हैं। वैशाली, मोरबा, दरभंगा, मधुबनी आदि जिलों में बलात्कार और बलात्कार करके हत्या करने की हृदयविदारक घटनाएं
सामने आई है। उन्हें गृह राज्यमंत्री के पद से अविलम्ब हटाया जाना चाहिए।
केंद्र में इनके मंत्री बनने से मिथिला को कोई फायदा नही हुआ।अशोक पेपर मिल बन्द पड़ा हुआ है। रामेश्वर जुट मिल में ताला लटका हुआ है और सभी चीनी मिलें बन्द हैं।
बरौनी खाद कारखाना भी चालू नही हुआ। आधारपुर में मोबल्यंचिंग हुई,मोबल्यंचिंग में खलील रज़वी मारा गया, लेकिन कोई बयान भाजपा नेताओं का नहीं आया।
दरभंगा में पुलिस से मिलकर भूमाफियाओं ने एक पूरे परिवार को जला दिया,भाजपा के कोई बड़े नेता ने आकर कोई पहल नही की।एसएसपी और एडीएम आज भी बना हुआ है। मंत्री जी का कोई काम नही,वे यहां की राजनीति में अपराध और साम्प्रदायिकता का जहर बो रहे हैं।
वहीं, भाजपा के दलित विरोधी, मधुबनी जनसंहार के संरक्षक बिस्फी के विधायक संविधान विरोधी-अल्पसंख्यक विरोधी बयानबाज़ी कर रहे हैं जिससे इलाके के अमन भाईचारा को खतरा है। इनकी सदस्यता अविलम्ब खारिज़ होनी चाहिए क्योंकि उन्होंने विधानसभा परिसर में ऐसे बयान दिए हैं।
भाकपा माले इन दोनों नेताओं के खिलाफ अभियान चलाएगी और 5 मार्च को पूरे मिथिला में इन दोनों नेताओं का पुतला दहन करेगी। संवाददाता सम्मेलन में भाकपा (माले) के राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, वरिष्ठ नेता आरके सहनी, भाकपा (माले) नगर सचिव सदीक भारती, इंसाफ मंच के जिलाध्यक्ष अकबर रजा व सचिव मकसूद आलम पप्पू खां आदि भी मौजूद थे।








