आंचल कुमारी, कमतौल, दरभंगा | दरभंगा जिला अंतर्गत कमतौल थाना क्षेत्र के राढ़ी पूर्वी पंचायत स्थित कुम्हरौली गांव में अवैध धंधे का विरोध करना एक युवक को भारी पड़ गया। मो. राजा नामक युवक ने कमतौल थाना में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए बताया कि गुरुवार की शाम कुछ लोगों ने उसके साथ जानलेवा हमला कर दिया।
प्राथमिकी में पांच लोगों को नामजद किया गया
पीड़ित मो. राजा के मुताबिक, हमलावरों में शामिल थे:
मो. कुदस (मो. जमशेद के दामाद)
नेजाम नदाफ
मो. शकील
सलाम नदाफ
अन्य अज्ञात
इन सभी पर लाठी, डंडा, लोहे की रॉड, और फरसा से हमला करने का आरोप है। हमलावरों ने न केवल युवक को बुरी तरह घायल किया, बल्कि उसके जेब से ₹3500 नगद और गले से सोने की चेन भी छीन ली।
हमलावरों ने की हैवानियत की हदें पार
पीड़ित के अनुसार, आरोपियों ने उसे घर में घुसकर बुरी तरह पीटा और उसके मुख पर पेशाब करने जैसा अमानवीय कृत्य भी किया। यह घटना किसी सुनियोजित साजिश जैसी प्रतीत होती है, क्योंकि घटना के पीछे अवैध कारोबार का विरोध करना बताया जा रहा है।
महिलाओं के साथ भी की गई मारपीट
घटना के समय घर की महिलाएं बीच-बचाव करने आईं तो आरोपियों ने महिलाओं के साथ भी मारपीट की। महिलाओं के साथ की गई हिंसा ने मामले को और भी संवेदनशील बना दिया है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
कमतौल थाना से एएसआई रविन्द्र प्रसाद मामले की छानबीन कर रहे हैं। प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गई है। पीड़ित ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित का बयान – “अवैध शराब व गांजा का करता था विरोध”
मो. राजा ने बताया कि गांव में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा अवैध शराब व गांजा का कारोबार किया जा रहा था, जिसका वह विरोध करता रहा है। इसी रंजिश में उसे निशाना बनाया गया। उसके अनुसार, आरोपियों के खिलाफ पहले भी शिकायतें की जा चुकी थीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी।
गांव में दहशत का माहौल, ग्रामीणों में आक्रोश
इस घटना के बाद कुम्हरौली गांव में भय और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस समय रहते अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाती, तो ऐसी घटना नहीं होती। ग्रामीणों ने एसपी दरभंगा से आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
प्रशासन पर उठे सवाल, क्या सुरक्षा व्यवस्था लचर है?
लगातार हो रही अवैध गतिविधियों और अपराध की घटनाओं ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक अवैध धंधों को संरक्षण देने वालों पर कार्रवाई नहीं होती, ऐसी घटनाएं होती रहेंगी।
पुलिस पर कार्रवाई का दबाव बढ़ा
ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने एसपी दरभंगा, डीएम दरभंगा और बिहार पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। अगर समय रहते दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो जन आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।