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1 नवम्बर, 2024
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Darbhanga News| Benipur News| जातिगत आंकड़े के चश्मे से…Analysis…Victory…Defeat

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Darbhanga News| Benipur News| जातिगत आंकड़े के चश्मे से… Analysis…Victory…Defeat के कयास चल रहे हैं जहां बेनीपुर यह पार्ट है दरभंगा संसदीय क्षेत्र का। जहां, चुनाव चौथे चरण में 13 मई को संपन्न हो चुका है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 57% के लगभग मतदान हुआ है, जो गत 2019 के लोकसभा चुनाव में हुए मतदान के आसपास ही बताई जा रही हैं।

Darbhanga News|Benipur News| आमने-सामने की टक्कर में

चुनाव संपन्न होने के बाद अब हर चौक चौराहे से लेकर सोशल मीडिया पर हार जीत की गणना को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। वैसे चुनावी जानकारों के मुताबिक दरभंगा संसदीय क्षेत्र में आमने-सामने की टक्कर में चुनाव परिणाम पर सटीक विश्लेषण असंभव है।

Darbhanga News|Benipur News| कयास तो लगेंगे

लेकिन समर्थकों की ओर से लगाए जा रहे हैं कयास में जहां एक बार एनडीए समर्थक 400 पार का नारा लगाते हुए दरभंगा की जीत सुनिश्चित मान रहे हैं। वही, महागठबंधन के समर्थक इसे कतई मानने को तैयार नहीं हैं। वह अपने हिसाब से जातिगत आंकड़ा का हिसाब लगाते हुए महागठबंधन की जीत का भरोसा लगा रहे हैं।

Darbhanga News|Benipur News| गत चुनाव से एक अलग समीकरण

और उनके भरोसा का मुख्य कारण गत चुनाव से एक अलग समीकरण बता रहे हैं। महागठबंधन समर्थकों का मानना है कि गत चुनाव अंतिम समय में धर्म के आधार पर और मोदी जी की लहर के आधार पर हिंदू मुस्लिम में बंटकर हुआ था। परिणाम स्वरूप 267000 मत से भाजपा की जीत हुई थी। लेकिन इस बार कोई धार्मिक गोलबंदी या मोदी मैजिक काम नहीं किया बल्कि जाति आधार पर सामाजिक समीकरण तय हुई और महागठबंधन की जीत सुनिश्चित हुई।

Darbhanga News|Benipur News| अपना जोड़-घटाव

इसमें मजबूत उम्मीदवार से लेकर कई जातीय समीकरण में फेरबदल की बात कही जा रही है। लेकिन एनडीए कार्यकर्ता इसे कतई स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। वह अपने हिसाब से कुछ मतों का कम अधिक मानते हुए पुनः मोदी की लहर, राम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एवं डबल इंजन की सरकार में देश प्रदेश की विकास को मूल आधार मानते हुए बिहार की सभी 40 सीटों पर जीतना तय मानकर चल रहा है।

Darbhanga News|Benipur News| 4 जून को ही इवीएम खुलने के बाद

दोनों मुख्य प्रत्याशियों के साथ-साथ अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों के भी भाग्य ईवीएम में कैद हो चुके हैं। अब 4 जून को ही इवीएम खुलने के बाद दोनों गठबंधन के उम्मीदवारों का भाग्य का फैसला सुनिश्चित होगा।

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