

घनश्यामपुर। कमला नदी में जारी उफान के कारण दोनों तटबंधों के बीच बसे आधा दर्जन से अधिक गांव तीसरे दिन भी बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं।
झंझारपुर में नदी का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 0.5 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है।
प्रभावित क्षेत्र और समस्या
बाउर, नवटोलिया, कनकी मुसहरी, बैद्यनाथपुर, भरसाहा, कैथाही, गिदराही, रसियारी पुनर्वास टोल, जमरीडीह मुसहरी सहित कई गांव प्रभावित हैं।
गांवों को जोड़ने वाली सभी सड़कें डूबी हुई हैं।
पश्चिमी तटबंध से बाउर गांव को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री ग्राम सड़क पर 3-4 फीट पानी बह रहा है।
निचले इलाकों में एक दर्जन से अधिक घरों में पानी घुसा हुआ है।
बाढ़ से खेत खलिहान, बाग-बगिचा और पशु चारा प्रभावित। धान, मक्का, मरुआ, केला और मौसमी सब्जियों की खेती भी तबाह हुई।
प्रभावित स्कूल और शिक्षा
मध्य विद्यालय बाउर, प्राथमिक विद्यालय कनकी मुसहरी, मध्य विद्यालय रसियारी, मध्य विद्यालय नवटोलिया में पानी घुसने से बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित।
प्रशासनिक कार्रवाई
तटबंध की सख्त निगरानी की जा रही है।
कनकी मुसहरी और बाउर में सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है।
16 स्थानों पर सरकारी नाव का परिचालन कर लोगों को आवाजाही की सुविधा दी जा रही है।
विभागीय अधिकारी ने स्थिति को नियंत्रण में बताया।
मुख्य संदेश: कमला नदी का उफान प्रभावित गांवों में कठिनाई बढ़ा रहा है। प्रशासन राहत कार्यों और नाव परिचालन के माध्यम से लोगों की मदद कर रहा है।








