बेनीपुर। झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए/JSCA) के पूर्व अध्यक्ष और झारखंड पब्लिक सर्विस कमिशन (जेपीएससी/JPSC) के पूर्व चेयरमैन अमिताम चौधरी का मंगलवार सुबह निधन हो गया। वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में भी अहम रोल अदा कर चुके हैं। वह बीसीसीआई में कार्यकारी सचिव के पद पर रह चुके हैं।
इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स से आईपीएस और फिर बीसीसीआई अध्यक्ष तक का सफर तय करने वाले अमिताभ चौधरी किसी पहचान के मुहताज नहीं रहे हैं। 62 वर्षीय अमिताभ सुबह घर में पूजा कर रहे थे, तब उन्हें हार्ट अटैक आया। उन्हें तत्काल रांची के सैंटेविटा हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वह झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद से दो माह पहले सेवानिवृत्त हुए थे।
उन्हें साल 2020 में झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन (JPSC) का चेयरमैन भी बनाया गया था। झारखंड के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारियों में शुमार अमिताभ ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जेएससीए स्टेडियम में तिरंगा लहराया था। रांची का जेएससीए स्टेडियम बनवाने में उनका सबसे अहम योगदान माना जाता है।
चौधरी अमिताभ कुमार राय को रांची के ही सेंटेविटा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। वह 62 वर्ष के थे। अमिताभ चौधरी क्रिकेट टीम इंडिया के मैनेजर, राज्य सरकार के झारखंड कैडर के आईपीएस अधिकारी भी रह चुके हैं। उनके निधन से उनका पैतृक जिला दरभंगा समेत संपूर्ण मिथिलांचल शोक में डूब गया है। कल ही उन्होंने स्टेडियम में तिरंगा फहराया था।
जानकारी के अनुसार, उनके निधन की खबर सुनते ही उनके पैतृक गांव बेनीपुर प्रखंड क्षेत्र के बाथो गांव सहित संपूर्ण जिला में शोक की लहर दौड़ गई है । उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों की तांता लगी हुई है । ज्ञात हो कि स्वर्गीय चौधरी का जन्म बेनीपुर प्रखंड क्षेत्र के बाथो गांव में एक जमींदार परिवार चौधरी सुरेंद्र नारायण राय के घर हुई थी ।वे तीन बहन एक भाई में सबसे बड़े थे।
उनकी स्कूली शिक्षा पटना के सेंट जेवियर्स हाई स्कूल से हुई उसके बाद उन्होंने देश के प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर से बीआईटी की डिग्री ली । उसके बाद उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा के लिए 1984 में चयन किए गए । उनका अंतरजातीय विवाह भारतीय पुलिस सेवा के ही निर्मला कौर के साथ हुई थी जो पिछले दिनों दरभंगा के आरक्षी अधीक्षक के पद पर कार्य कर चुकी है।
उन्होंने अपने सेवा से वीआरएस लेने के बाद झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव के पद पर भी आसीन रह चुके हैं। वर्तमान समय में वे झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद पर कार्यरत थे। वे अपने पीछे 1 पुत्र सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
अमिताभ चौधरी की जन्म 6 जुलाई 1960 को हुआ था। उन्हें दो साल पहले जेपीएससी का अध्यक्ष चुना गया था। इसी साल पांच जुलाई को वह इस पद से रिटायर हुए थे। अमिताभ चौधरी झारखंड के वैसे चर्चित लोगों में शामिल थे जिन्होंने शासन, प्रशासन, क्रिकेट और राजनीति में एक अलग पहचान बनाई। 1985 में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद वह यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद बिहार कैडर के आईपीएस बने। अलग राज्य बनने के बाद उन्हें झारखंड कैडर मिला।
2002 में वह बीसीसीआई के सदस्य बने। 2005 में झारखंड के तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो को हरा कर वह झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के अध्यक्ष बने। इसके बाद 2005 से लेकर 2009 तक वह क्रिकेट टीम इंडिया के मैनेजर भी रहे। 2013 में उन्होंने आईपीएस की नौकरी से वीआरएस ले ली। 2014 में अमिताभ ने राजनीति में कदम रखा। भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर अमिताभ ने बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम से रांची लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था। हालांकि, वह चुनाव नहीं जीत सके।