हायाघाट के वर्तमान जदयू विधायक अमरनाथ गामी ने साफ तौर पर मन बना लिया है वो जदयू में नहीं ही रहेंगे। इसके लिए उन्होंने अब कमर कस ली है यह कहते, भाजपा मुझे ले या नहीं लेकिन जदयृू में मेरा विरोध का स्वर जारी रहेगा। विधायक श्री गामी ने चुन-चुनकर नीतीश पर निशाना साधा है। शराबबंदी, दहेज उन्मूलन, मानव श्रृंखला, नौकरी समेत सात निश्चय। सबकी हवा निकाल दी है। उनका हमलावर अक्षर लगातार जारी है। बुधवार को विधायक श्री गामी ने फिर सीएम नीतीश व उनकी सरकार पर हमला बोला है लेकिन भाजपा की फजीहत को कम करते हुए।
दरभंगा, देशज न्यूज। विधायक श्री गामी ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है। माननीय मुख्यमंत्री जी का मुद्दे से भटकाओ कार्यक्रम जल जीवन हरियाली खुद caa nrc की भेट चढ़ते नजर आ रहा है। आज लोग caa व nrc मुद्दे पर विपक्ष व पक्ष जत्था में सड़क पर उतर रही है।
एक तरफ भाजपा अपने मूल एजेंडा को जमीनी हकीकत में परिवर्तित करने में तेज प्रयास कर रही है। कारण, राज्य सभा में बहुमत का आंकड़ा कम हो जाएगा ये डर सता रहा है।
माननीय मुख्यमंत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट नल जल योजना लिखो फेको योजना साबित हो रहा है। कही चालू होकर बंद की प्रक्रिया में है तो कही चालू होने से पहले टूटने की प्रक्रिया के कारण नल दिखता है तो जल नही दिखता है। नाली गली योजना नल जल योजना पूर्ण होने के बाद तेजी पकड़ेगा ऐसा मानते थे। अब समय समाप्त होने बाला है 2020 में पूरा करने का लक्ष्य कैसे पूरा होगा।
विधायक श्री गामी लिखते हैं, हर घर शौचालय, हर घर बिजली का श्रेय केंद्र ले लिया। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड व स्टूडेंट को दो साल तक प्रति महीना एक हजार की प्रोत्साहन राशि नॉकरी खोजने वाली योजना नहीं भायी छात्रों को। दोनों योजनाओं की स्थिति संतोषप्रद नहीं रहा है।
महिलाओं को 35 प्रतिशत नौकरी में आरक्षण का मामला नौकरी के अभाव में दम तोड़ दिया। मतलब सात निश्चय योजना फेल साबित हो रहा है। शराब बंदी नशा बंदी की बात अब बेइमानी दिखती है।अब बेचने वाले पकड़ने वाले पकड़वाने वाले तीनो का समन्वय अच्छा है। वैसे भी पीने वाले पर पहले ही बेलेबल सेक्सन में मुकदमा दर्ज करने का कानून बना सरकार पीने बाले पर मेहरबानी दिखा चुकी है जुर्माना दो बेल लो।
दहेज बाल विवाह जैसे सामाजिक चेतना वाला कार्यक्रम का नारा भी फेल हुआ। बिना दहेज विवाह बिहार में हो ऐसा कहा संभव है। अब तो बेटियों से भी पिता के प्रोपर्टी बिकने की स्थिति में सहमति लेनी होगी,जबकि बेटी समझ चुकी थी सामर्थ से अधिक पिता दहेज में दे चुके है।
आजीवन पिता की संपत्ति फलता फूलता रहे उसे मैके पक्ष से सम्मान मिलता रहे यही सच्चाई थी। जो बेटी को सम्मान नही मिलता वो बेटी कानूनी अधिकार के तहत प्रोपर्टी में हिस्सा लेती है। अब तो आप बेटी को पैतृक मैके की प्रॉपर्टी बिकने की स्थिति में हिस्सा देकर लालची बना देंगे। भाई बहन के प्यार को प्रोपर्टी विवाद में दुश्मनी में बदल देंगे। कुल मिलाकर पूर्व के मानव श्रृंखला सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग मात्र साबित हुआ है।
सभी विभाग महत्वपूर्ण कार्य छोड़ मानव शृंखला में व्यस्त हो जाएगा। सरकारी कार्य आपके कर्यक्रम के कारण प्रभावित होगा। वैसे भी जिस मूड में केंद्र सरकार है सारे पोलराइजेसन स्किम को एक साथ तेजी से पूरा करने पर उतारू है न मालूम कब किस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति मिल जाए। विपक्ष भी प्याज की महंगाई,आर्थिक मंदी,बेरोजगारी,शिक्षा स्वास्थ, कृषि पे फोकस नहीं करे। हिन्दू-मुस्लिम में हम सब लगे रहे।
यही दो मुद्दा मे वोट का फार्मूला है। बाकी सारे जनहितैषी मुद्दे टाइमपास हैं।