दरभंगा देशज टाइम्स। जीवन के हर मोड़ पर सियासी बिसात बिछाई जाती है, और कभी-कभी यही बिसात छोटे से जिले से लेकर देश की संसद तक गूंजती है। Darbhanga News: दरभंगा में भाकपा (माले) की जिला स्थायी समिति की विस्तारित बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज करने का संकल्प लिया।
Darbhanga News भाकपा (माले) ने संगठन मजबूत करने पर दिया जोर
बैठक की अध्यक्षता जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने की और इसका आगाज उन साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित कर किया गया, जिन्होंने पार्टी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था।
इस महत्वपूर्ण बैठक का मुख्य उद्देश्य पार्टी ढांचे को मजबूत करना, सदस्यों को एकजुट कर शाखा समितियों से जोड़ना और शाखा लोकल सम्मेलन आयोजित करना था। साथ ही, सदस्यों के नवीनीकरण की प्रक्रिया पर भी गहन चर्चा हुई।जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने बैठक को संबोधित करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अडानी जैसे बड़े पूंजीपतियों को सस्ते मजदूर उपलब्ध कराने के लिए कानूनों में बदलाव कर रही है, जिसके तहत श्रमिक संहिता और मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं में फेरबदल किया गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इन बदलावों की वापसी के लिए भाकपा (माले) ने आंदोलन को और तेज करने का संकल्प लिया है।इस भाकपा (माले) की बैठक में यह भी तय किया गया कि गांवों और टोलों में शाखा और लोकल सम्मेलन आयोजित कर लोगों को संगठित किया जाएगा। पार्टी ने अगले 15 दिनों तक सदस्यों की बैठक करने का अभियान चलाने का फैसला लिया है, जिसके बाद 11 जनवरी को एक जिला कार्यकर्ता कन्वेंशन का आयोजन होगा।
गरीबों के आशियाने बचाने को ‘गरीब बसाओ आंदोलन’
बैठक में बुलडोजर द्वारा गरीबों के घर तोड़ने की घटनाओं की भी कड़ी निंदा की गई और इसके खिलाफ ‘गरीब बसाओ आंदोलन’ को तेज करने का संकल्प लिया गया। पार्टी का मानना है कि गरीबों को उजाड़ने की यह नीति पूरी तरह अमानवीय है और इसे हर हाल में रोका जाना चाहिए। जिले में जनसरोकार से जुड़े मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए जनता को सचेत और जुझारू प्रतिरोध खड़ा करने की योजना बनाई गई है।इस महत्वपूर्ण भाकपा (माले) की बैठक में कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनमें आर के सहनी, अभिषेक कुमार, शनिचरी देवी, अशोक पासवान, विनोद सिंह, पप्पू पासवान, धर्मेश यादव, राम विलास मंडल, कामेश्वर पासवान, रंजन प्रसाद सिंह, उमेश प्रसाद साह, देवेंद्र कुमार, केशरी यादव, प्रिंस राज जैसे प्रमुख नाम शामिल थे। इन सभी नेताओं ने पार्टी के आगामी आंदोलनों को सफल बनाने और संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने का आह्वान किया। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज है और विभिन्न दल अपनी रणनीति को धार दे रहे हैं, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह स्पष्ट है कि भाकपा (माले) ने अपने एजेंडे में गरीबों और श्रमिकों के मुद्दों को प्राथमिकता दी है और आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1, जो आपको ऐसे मुद्दों से लगातार अवगत कराता रहेगा।देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


