Prabhash Ranjan, दरभंगा| मनीगाछी थाना क्षेत्र में मिथिला वन प्रमंडल विभाग ने मगरमच्छ की तस्करी का बड़ा मामला उजागर किया है। विभाग ने आठ मगरमच्छ के बच्चों और एक बड़े मगरमच्छ की खाल के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्करों में एक महिला भी शामिल है।
तस्करी का खुलासा
वन प्रमंडल पदाधिकारी भास्कर चंद्र भारती ने बताया कि यह कार्रवाई वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल विभाग को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई। सूचना थी कि मनीगाछी क्षेत्र में मगरमच्छ की तस्करी हो रही है। इसके बाद वन विभाग की टीम ने छापेमारी की और विजय बंजारा, गोविंद बंजारा और किरण देवी को गिरफ्तार किया।
तलाशी के दौरान, तस्करों के पास से आठ छोटे मगरमच्छ और एक बड़े मगरमच्छ की खाल बरामद की गई।
आरोपियों की न्यायिक हिरासत
गिरफ्तार आरोपियों को पूछताछ के बाद न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
गिरफ्तार महिला का बयान
गिरफ्तार तस्कर किरण देवी ने पूछताछ में बताया कि उसके पति गोविंद बंजारा को इस तस्करी के लिए ₹30,000 दिए गए थे। हालांकि, उसने यह स्पष्ट नहीं किया कि रकम किसने दी।
मनीगाछी क्षेत्र से जुड़े पुराने कर्मचारी पर आरोप
वन प्रमंडल पदाधिकारी ने जानकारी दी कि मनीगाछी क्षेत्र में पूर्व में पदस्थापित वन विभाग के कर्मचारी निर्मल कुमार, जो फिलहाल सुपौल जिले में तैनात हैं, इस घटना के दौरान फरार हो गए। विभाग ने उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। हिरासत में लेने के बाद उनसे पूछताछ की जाएगी।
मगरमच्छ बच्चों का संरक्षण
पदाधिकारी ने बताया कि सभी मगरमच्छ के बच्चों को पटना के चिड़ियाघर में भेजने की प्रक्रिया चल रही है। इन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा।
तस्करी पर सख्त कार्रवाई
यह कार्रवाई वन्यजीवों के संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है। मगरमच्छ जैसे दुर्लभ प्रजाति के जीवों की तस्करी को रोकने और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के लिए वन विभाग ने तत्परता दिखाई है।