सर्तक हो जाइए…क्योंकि, दरभंगा में Cyber fraud Extreme पर है: ट्रेन में मिली दोस्ती बनी ठगी का जरिया…
सबहेड: क्रिकेट कोच बनकर साइबर ठग ने उड़ाए 3.11 लाख रुपए। पढ़िए Prabhas Ranjan की Report
सबटाइटल: ट्रेन में हुई मुलाकात में पीड़ित को फंसाया, फाइनेंस का झांसा देकर ठगा
क्रॉसर: दरभंगा के युवक से 7% प्रतिदिन मुनाफे का झांसा देकर ठगी, सिक्किम भाग गया ठग
प्वाइंटर: ट्रेन यात्रा के दौरान हुई मुलाकात में क्रिकेट कोच बनकर पेश हुआ ठग, फाइनेंस का झांसा देकर पैसे गबन किए
हुक्स में क्या है खास, मुनाफा का पूरा गेम…चकाचौंध और क्रिकेट का कोच, दरभंगा में स्टेडियम…सिक्किम…और लाखों बैंक से खल्लास…. |
- दरभंगा के युवक से ट्रेन में हुई मुलाकात में दोस्ती गहरी हुई
- क्रिकेट स्टेडियम बनाने के नाम पर जमीन खरीदने की बात कही
- फाइनेंस का काम करने का झांसा देकर 7% प्रतिदिन मुनाफे का लालच दिया
- पीड़ित ने कई बार ट्रांजेक्शन कर 3.11 लाख रुपये उड़ा लिए
- सिक्किम जाने के बहाने होटल से फरार हुआ ठग
पढ़िए पूरी खबर विस्तार में:
Darbhanga News: ट्रेन में हुई मुलाकात, बन गए दोस्त, उड़ गए पूरे 3.11 लाख@Big Cyber Fraud In Darbhangaदरभंगा में एक युवक के साथ साइबर ठगी का (Cyber fraud in Darbhanga, people stole lakhs by pretending to be friends) मामला सामने आया है। पीड़ित युवक अपने भतीजे का बीटेक में एडमिशन कराने चेन्नई गया था। वापस लौटते समय ट्रेन में महाराष्ट्र के एक व्यक्ति से उसकी मुलाकात हुई।
दरभंगा में जमीन खरीदकर क्रिकेट स्टेडियम बनाने में लुट गया युवक
आरोपी ने खुद को क्रिकेट कोच बताते हुए दरभंगा में जमीन खरीदकर क्रिकेट स्टेडियम बनाने की बात कही। इसके बाद उसने पीड़ित को फाइनेंस का झांसा देकर 7% प्रतिदिन मुनाफे का लालच दिया। पीड़ित युवक उसके झांसे में आकर कई बार ट्रांजेक्शन कर 3.11 लाख रुपये लगा दिए। बाद में आरोपी युवक सिक्किम जाने के बहाने होटल से फरार हो गया। पीड़ित ने इस मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
आखिर प्रवीण कुमार झा कैसे फंसे ठग की जाल में, पूरी खबर विस्तार में
पूरी खबर विस्तार में यह है जहां: मामले को लेकर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। थाने में दिए आवेदन में बहेड़ी थाना क्षेत्र के पघारी निवासी गंगा प्रसाद झा के पुत्र प्रवीण कुमार झा ने बताया है, वह अपने भतीजे का बीटेक में नामांकन कराने चेन्नई गए थे। एडमिशन नहीं हुआ। वह हमसफ़र ट्रेन से वापस अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान ट्रेन में महराष्ट्र के बागले थाना क्षेत्र के किशननगर के धन लक्ष्मी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 27 निवासी उधम सिंह के पुत्र हितेश उधम से मुलाकात हुई।
क्रिकेट का कोच, दरभंगा में स्टेडियम, जंक्शन से फोन
इस दौरान, बातचीत में आरोपित ठग ने बताया कि वह क्रिकेट का कोच है। दरभंगा में जमीन खरीद कर क्रिकेट स्टेडियम बनाना चाहता है। इसके लिए उन्हें जमीन की आवश्यकता है। इसके बाद आरोपित हितेश सिंह ने दरभंगा जंक्शन पहुंचकर पीड़ित को फोन किया कि मैं दरभंगा में आया हूं। आप मुझे लेने आएं।
मुनाफा कमाने की चाहत में डूब गई लाखों की राशि
पीड़ित ने अपनी बाइक से आरोपित को बैठाकर लहेरियासराय स्थित एक होटल में रूम दिलवा दिया। आरोपित ठग ने पीड़ित को अपने झांसे में लेकर कहा कि हम फाइनांस का काम करते हैं। यदि आप रुपए लगाएंगे तो आपको इनवेंसमेंट किए गए रुपए का प्रतिदिन सात प्रतिशत मुनाफा दिया जाएगा।
फिर ठग कैसे लेकर गया प्रवीण को सिक्किम, वहां क्या हुआ?
रुपए जो आप इनवेंसट करेंगे वह इंवसेंट की गई राशि तीन महीने में पूरे मिल जाएंगे। पीड़ित प्रवीण झा ठग के झांसे में आकर एक दर्जन बार ट्रांजेक्शन कर तीन लाख ग्यारह हजार एक सौ रुपये लगा दिए। इसके बाद ठग ने कहा कि उसे जरूरी मीटिंग में सिक्किम जाना है।पीड़ित ने चार चक्का गाड़ी कर ठग के साथ सिक्किम गया। वहां के एक होटल में भी रुका।इस दौरान ठग ने होटल से पीड़ित को चकमा देकर फरार हो गया। इसमें होटल और चार चक्के गाड़ी का किराया की राशि पीड़ित को ही भरना पड़ा।
निष्कर्ष:
यह मामला साइबर ठगी के बढ़ते खतरे को दर्शाता है। लोगों को ऐसे अजनबियों से सावधान रहना चाहिए जो अत्यधिक मुनाफे का झांसा देते हैं।
सलाह:
- किसी भी अजनबी व्यक्ति पर आसानी से भरोसा न करें।
- किसी भी निवेश से पहले पूरी जानकारी हासिल कर लें।
- किसी भी तरह के ऑनलाइन लेनदेन के दौरान सावधानी बरतें।
- अगर आपको किसी तरह की ठगी का शिकार बनाया गया है तो तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।