
बिरौल में छात्र हत्या कांड! छात्र कृष्ण मंडल की हत्या का राज़ खुला! पिता ने ही दिया पुलिस को शव का सुराग। 17 साल के छात्र की लाश गाछी से बरामद, दो गिरफ्तार – मुख्य आरोपी बलराम झा फरार। दो गिरफ्तार मगर मुख्य आरोपी अब भी फरार – इलाके में दहशत। बलराम झा की तलाश में पुलिस की रेड@आरती शंकर, बिरौल-देशज टाइम्स।
बिरौल कृष्ण हत्याकांड में 2 गिरफ्तार,बलराम फरार
बिरौल (दरभंगा), देशज टाइम्स। थाना क्षेत्र के खानपुर निवासी 17 वर्षीय छात्र कृष्ण कुमार मंडल की हत्या ने पूरे इलाके को दहला दिया है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जबकि मुख्य आरोपी बलराम झा अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
हत्या कांड में अब तक की कार्रवाई
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपितों में पोखराम गांव निवासी राधेश्याम झा के नाबालिग पुत्र शामिल है, जिसे जिला बाल सुधार गृह भेजा गया है। वहीं, मुख्य आरोपी बलराम झा के पिता सुरेश झा को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में बेनीपुर भेजा है।
पुलिस का कहना है कि सुरेश झा को इस वारदात की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने न तो पुलिस प्रशासन को सूचना दी और न ही सहयोग किया। दबाव बनाए जाने पर उनकी निशानदेही पर ही पुलिस ने पोखराम गाछी से छात्र का शव बरामद किया।
बलराम झा और अन्य नामजद अब भी फरार
थाना अध्यक्ष के अनुसार, इस मामले का मुख्य आरोपी बलराम झा और अन्य नामजद आरोपी अब भी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापामारी अभियान चला रही है। दरभंगा खासकर बिरौल पुलिस ने कहा है कि बहुत जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि कृष्ण कुमार मंडल का हत्यारा उसका दोस्त बलराम ही निकला था। इसके पीछे पिस्टल सप्लाई के लिए अग्रिम रुपए न ही पिस्टल देने पर, इससे आजिज दोस्त बलराम झा ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर कृष्ण मंडल को गमछा से गले दबाकर उसकी हत्या कर दी थी। साक्ष्य को मिटाने के लिए पोखराम गांव के एक गाछी में शव को दफना दिया था।
सनसनी और दहशत का माहौल
इस सनसनीखेज हत्या कांड से पूरे बिरौल और आसपास के गांवों में दहशत और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं ने बच्चों और किशोरों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय निवासियों ने पुलिस से मांग की है कि फरार आरोपी की जल्द गिरफ्तारी हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यदि पुलिस गश्ती और निगरानी मजबूत होती, तो
ग्रामीणों का कहना है कि हाल के दिनों में क्षेत्र में अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं। उनका आरोप है कि यदि पुलिस गश्ती और निगरानी मजबूत होती, तो शायद इस तरह की वारदात रोकी जा सकती थी।
एक ग्रामीण ने कहा, “हम अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए बाहर भेजते हैं, लेकिन इस घटना ने हमारे मन में डर पैदा कर दिया है। प्रशासन को तुरंत सख्त कदम उठाने चाहिए।”
लोगों की मांग – “त्वरित न्याय मिलना चाहिए”
इस घटना को लेकर इलाके में आक्रोशित प्रदर्शन भी देखने को मिला। ग्रामीणों ने मांग की है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और प्रशासन पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद और सुरक्षा उपलब्ध कराए।
मुख्य आरोपी बलराम झा गिरफ्तार नहीं होता, तब तक
बिरौल छात्र हत्या कांड न केवल एक परिवार बल्कि पूरे इलाके के लिए गहरी पीड़ा और चिंता का विषय बन गया है। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से लोगों को आंशिक संतोष मिला है, लेकिन जब तक मुख्य आरोपी बलराम झा गिरफ्तार नहीं होता, तब तक इलाके में तनाव और असुरक्षा का माहौल बना रहेगा।