Agriculture Mechanization: धरती का सीना चीर, अन्न उपजाने वाले किसानों के लिए आधुनिकता का नया सूरज उगा है। दरभंगा की धरा पर दो दिवसीय महाकुंभ, जहां कृषि तकनीकें स्वयं किसानों के द्वार पहुंची हैं। दरभंगा में आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेले ने किसानों के चेहरों पर नई उम्मीद की किरण जगाई है।
दरभंगा में कृषि यांत्रिकरण मेले का भव्य आगाज: लाखों के यंत्र बिके, हजारों किसानों को मिला अनुदान का लाभ
कृषि यांत्रिकरण: किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम
संयुक्त कृषि भवन, बहादुरपुर, दरभंगा के प्रांगण में आज जिला स्तरीय दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का भव्य शुभारम्भ किया गया। मेले का विधिवत उद्घाटन जिला पदाधिकारी, दरभंगा श्री कौशल कुमार द्वारा फीता काटकर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने कड़ाके की ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में उपस्थित किसानों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कृषि यांत्रिकरण मेला प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है, जिसका उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों की जानकारी देना एवं सरकार द्वारा प्रदत्त अनुदान का लाभ पारदर्शी ढंग से किसानों को उपलब्ध कराना है।
जिलाधिकारी ने बताया कि कृषि यंत्रों पर सरकार द्वारा अनुदान दिया जाता है, जिसमें किसानों का चयन लॉटरी प्रणाली के माध्यम से किया जाता है। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष जिले में कृषि यांत्रिकरण यंत्रों हेतु 3800 किसानों ने आवेदन किया था, जिनमें से 1200 किसानों का चयन अनुदान के लिए किया गया है। शेष 2600 आवेदनों के संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी को विभाग को पत्र प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया गया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में कृषि यंत्रों की मांग तेजी से बढ़ी है और अधिक से अधिक किसान कृषि यांत्रिकरण के माध्यम से आधुनिक खेती अपनाना चाहते हैं।
उन्होंने किसान सलाहकार, एटीएम एवं बीटीएम को निर्देश दिया कि वे कृषि से संबंधित सभी नवीन जानकारियाँ रखें तथा हर पंचायत में साप्ताहिक किसान गोष्ठी आयोजित करना सुनिश्चित करें, ताकि विभागीय योजनाओं की जानकारी समय पर किसानों तक पहुँच सके।
किसानों को मिल रहा सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ
उन्होंने जिले के किसान भाइयों से कृषि यांत्रिकरण को बढ़ावा देने की अपील करते हुए कहा कि सरकार एवं जिला प्रशासन किसानों को हर संभव सहयोग प्रदान कर रहा है। साथ ही उन्होंने किसानों से धान एवं गेहूं के अतिरिक्त दलहन एवं तेलहन फसलों का उत्पादन करने का आग्रह किया, जिससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/national/
जिलाधिकारी ने किसान सलाहकार, एटीएम एवं बीटीएम को प्रतिदिन 100 किसानों का फार्मर रजिस्ट्री करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कृषि यांत्रिकरण के माध्यम से खेती को अधिक लाभकारी, आधुनिक एवं सुगम बनाया जा सकता है। पराली प्रबंधन से संबंधित यंत्रों के अधिक से अधिक उपयोग पर भी उन्होंने बल दिया। कृषि यांत्रिकरण योजना पूरी तरह ऑनलाइन एवं पारदर्शी है, जिसमें किसी प्रकार का मैन्युअल हस्तक्षेप नहीं है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
मेले के दौरान 03 कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना के लिए ट्रैक्टर की डेमो चाबी का वितरण, चयनित किसानों को मैनुअल कृषि यंत्र किट का वितरण तथा कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। कृषि विभाग द्वारा बुआई से लेकर भंडारण तक 91 प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है। मेले के पहले दिन लगभग दस लाख रुपये मूल्य के कृषि यंत्रों की बिक्री दर्ज की गई। किसानों को जैविक खेती अपनाने हेतु भी प्रेरित किया गया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
जिलाधिकारी दरभंगा के कर कमलों से 6 किसानों को कस्टम हायरिंग सेंटर की खरीदारी हेतु लॉटरी के माध्यम से परमिट दिया गया। साथ ही चार किसानों को यंत्र प्रत्यक्षण करने हेतु पहले आओ पहले पाओ के आधार पर परमिट दिया गया। यह जिला स्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेला 30 दिसंबर 2025 तक संचालित रहेगा। मेला किसानों तक नवीनतम कृषि तकनीक एवं आधुनिक यंत्रों की जानकारी पहुँचाने का सशक्त माध्यम है। कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष, जिला कृषि पदाधिकारी, उप निदेशक कृषि अभियंत्रण, संयुक्त निदेशक शस्य दरभंगा प्रमंडल, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार, कृषि यंत्र विक्रेता, काफी संख्या में किसान भाई आदि उपस्थित थे।







