दरभंगा | कम समय में दरभंगा एयरपोर्ट ने अपनी उपयोगिता साबित करते हुए पूर्वी भारत के कई प्रमुख हवाई अड्डों को पीछे छोड़ दिया है। बुनियादी सुविधाओं के अभाव के बावजूद यह हवाई अड्डा लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
प्रमुख उपलब्धियां
https:/news/bihar/darbhanga/international-flights-from-darbhanga-airport-soon/148400/#google_vignette
- 2024 में कुल यात्रियों की संख्या: 4,70,063
- कुल विमान परिचालन: 3,070 उड़ानें
- सबसे व्यस्त महीना: दिसंबर 2024
- 388 उड़ानें
- 59,565 यात्रियों का सफर
- सबसे कम उड़ान वाला महीना: जनवरी 2024 (धुंध के कारण)
- 156 उड़ानें
- 25,558 यात्रियों का सफर
- औसत सीट बुकिंग: 65% प्रति फ्लाइट
- एक विमान में आमतौर पर 180-190 सीटें होती हैं
- हर उड़ान में औसतन 120 यात्री सफर कर रहे हैं
उड़ान योजना और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी
- उद्घाटन: 8 नवंबर 2020 (उड़ान योजना के तहत)
- दरभंगा एयरपोर्ट ने बिहार और नेपाल के मिथिला क्षेत्र के लोगों के लिए हवाई यात्रा को सुगम बनाया।
- प्रमुख लाभार्थी जिले:
- बिहार: मधुबनी, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, सुपौल, सहरसा, खगड़िया, भागलपुर, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी
- नेपाल: तराई क्षेत्र
वर्तमान और भविष्य की विमान सेवाएं
- वर्तमान रूट:
- दिल्ली
- मुंबई
- बेंगलुरु
- कोलकाता
- हैदराबाद
- नई एयरलाइन:
- अकासा एयर अप्रैल से दिल्ली के लिए डायरेक्ट उड़ान शुरू करने जा रही है।
https:/news/bihar/darbhanga/akasa-airlines-enters-darbhanga-airport/146580/
- इससे यात्रियों को अधिक विकल्प और किफायती टिकट दरों का लाभ मिलेगा।
निष्कर्ष
दरभंगा एयरपोर्ट न केवल बिहार बल्कि नेपाल के यात्रियों के लिए भी महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। बढ़ती यात्री संख्या और नई एयरलाइंस के आगमन से यह हवाई अड्डा व्यावसायिक और पर्यटन गतिविधियों को और गति देगा।