दरभंगा न्यूज़: अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर स्थापित हुए ऐतिहासिक राम ध्वज को लेकर देश भर में उत्साह का माहौल है। इस ऐतिहासिक पल पर दरभंगा से भी एक बड़ी आवाज़ सामने आई है, जिसने इसे सिर्फ एक ध्वज नहीं, बल्कि 500 साल के संघर्ष की जीत और ‘सनातन विजय का शंखनाद’ बताया है। आखिर कौन हैं ये नेता और क्या है उनके बयान का पूरा सार, आइए जानते हैं।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भव्य शिखर पर ऐतिहासिक राम ध्वज की स्थापना ने पूरे देश को आनंदित कर दिया है। इस गौरवशाली क्षण पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दरभंगा पूर्वी जिला के महामंत्री संजय सिंह ‘पप्पू’ ने अपनी अपार खुशी व्यक्त की है। उन्होंने इस घटना को केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सदियों के संघर्ष की पराकाष्ठा और सनातन धर्म के पुनर्जागरण का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बताया है।
सनातन की विजय का प्रतीक भगवा ध्वज
संजय सिंह ‘पप्पू’ के अनुसार, अयोध्या के राम मंदिर पर शान से लहराता भगवा ध्वज केवल एक कपड़ा नहीं, बल्कि यह भारतीय आस्था, मर्यादा और सत्य के उस अविस्मरणीय मार्ग का प्रेरक संदेश है, जिस पर चलकर भारत ने अपनी सांस्कृतिक पहचान को अक्षुण्ण रखा है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आज प्रत्येक सनातनी का हृदय गर्व और आत्म-संतोष से भरा हुआ है, क्योंकि यह ध्वज हमारी अटूट संस्कृति और विरासत का एक सशक्त प्रतीक बन चुका है।
भाजपा नेता संजय सिंह ने इस महान उपलब्धि का संपूर्ण श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ संकल्प और दूरदर्शी नेतृत्व को दिया। उनके शब्दों में, ‘मोदी जी ने न केवल अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है, बल्कि उनके प्रयासों से भारतीय संस्कृति को वैश्विक पटल पर अभूतपूर्व सम्मान भी प्राप्त हुआ है।’ यह एक ऐसा क्षण है जब भारत अपनी प्राचीन जड़ों से जुड़कर एक नए सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की पहचान गढ़ रहा है।
धर्म और विकास एक साथ
सिंह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के सक्षम नेतृत्व में देश अब अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जड़ों से मज़बूती से जुड़ रहा है। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि अब धर्म और विकास एक-दूसरे के पूरक बनकर साथ-साथ आगे बढ़ रहे हैं, जो नए भारत की पहचान बन रही है। यह दिखाता है कि कैसे देश अपनी समृद्ध विरासत को सहेजते हुए आधुनिकता की राह पर अग्रसर है।
अंत में, भाजपा महामंत्री संजय सिंह ‘पप्पू’ ने दरभंगा जिले के सभी निवासियों और पार्टी कार्यकर्ताओं से भावनात्मक अपील की। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा ऐतिहासिक क्षण है जिसे हम सबको मिलकर उत्सव के रूप में मनाना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे भगवान राम के आदर्शों को, जो कि राम राज्य की मूल भावना है, अपने जीवन में अपनाएँ और एक न्यायपूर्ण व समृद्ध समाज के निर्माण में योगदान दें।





