दरभंगा के मनीगाछी में एक स्कूल में बार चलने के बाद अब पुलिस ने दरभंगा क्लोन एक्सप्रेस (Darbhanga Clone Express) में बाकायदा बार चलने का पर्दाफाश किया है। सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात पर ट्रेन पहुंचते ही घेराबंदी कर जांच के दौरान तीन वातानुकूलित कोचों में 150 बोतल शराब बरामद हुई।
तीन कोच अटेंडेंट गिरफ्तार किए गए हैं। पैंट्री कार मैनेजर को भी शक के घेरे में लेकर जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि दरभंगा क्लोन एक्सप्रेस के तीन एसी कोच में महफिल सजाकर शराब का सेवन किया जा रहा था। इस दौरान पुलिस ने पकड़ी गई 150 बोतल शराब करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार है। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, कानपुर जीआरपी और आरपीएफ की सयुंक्त टीम ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर दरभंगा क्लोन एक्सप्रेस में शराब वितरित करते हुए वातानुकूलित तीन डिब्बों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। टीम ने कुल 150 बोतल बरामद की हैं। इस कारोबार में पैंट्रीकार मैनेजर की संलिप्तता पायी जा रही है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली से दरभंगा जा रही क्लोन एक्सप्रेस शाम करीब सवा छह बजे सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात पर पहुंची। जीआरपी को सूचना मिली की ट्रेन के अंदर शराब पिलाई जा रही है। इसपर जीआरपी थाना प्रभारी आरके द्विवेदी के नेतृत्व में छापेमारी की गई। ट्रेन के कोच संख्या बी-3, सात व नौ में कोच अटेंडेंट पवन, रंजीत और गोलू मांग के हिसाब से यात्रियों को शराब आपूर्ति करते पकड़े गए।
इसके बाद पैंट्री कार से 150 बोतल शराब मिली। कोच अटेंडेंट से पूछताछ में पता चला है कि लंबी दूरी की ट्रेनों में अर्से से शराब की आपूर्ति की जा रही है। जीआरपी थाना प्रभारी ने बताया कि लगातार ट्रेनों की जांच करके कार्रवाई की जा रही है।
वंदे भारत, राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में शराब पकड़े जाने के बाद रविवार को दरभंगा क्लोन एक्सप्रेस में शराब वितरित करने का मामला प्रकाश में आया है। कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर सात पर ट्रेन पहुंचते ही जीआरपी एवं आरपीएफ ने घेराबंदी करके जांच की। इस दौरान वातानुकूलित तीन कोच से 150 बोतल शराब बरामद हुई। अवैध रूप से बरामद शराब को लेकर टीम ने मौके से तीन कोच अटेंडेंट पवन, रंजीत और गोलू को गिरफ्तार किया है। ये लोग मांग के हिसाब से यात्रियों को शराब आपूर्ति करते पकड़े गए हैं।
पकड़े गए कोच अटेंडेंट ने पूछताछ में बताया है कि जूस और मट्ठा के कैरेट में भरकर शराब ट्रेनों तक पहुंचाई जाती है। इससे आइआरसीटीसी की ओर से निर्धारित ठेकेदारों की भोजन व नाश्ता आपूर्ति पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
जीआरपी थाना प्रभारी कहना है कि पूछताछ में सभी आरोपी ने बताया कि लंबी दूरी की ट्रेनों में काफी दिनों से शराब की आपूर्ति की जा रही है। जूस और मट्ठा के कैरेट में भरकर शराब ट्रेनों तक पहुंचाई जाती है। प्रतिदिन हजारों बोतल शराब की खपत अलग-अलग ट्रेनों में हो रही है। इसमें पैंट्री कार मैनेजर की संलिप्तता पायी जा रही है।
प्रतिदिन हजारों बोतल शराब की खपत अलग-अलग ट्रेनों में हो रही है। आरपीएफ, जीआरपी से लेकर रेलवे कर्मी तक मिले हुए हैं। जब दबाव पड़ता तो कार्रवाई करके इतिश्री कर ली जाती है। ट्रेनों में तय दाम से डेढ़ से दोगुणा तक में शराब बेची जाती है।