
कुशेश्वरस्थान पूर्वी, दरभंगा | बुधवार की देर शाम एक विशेष धार्मिक अवसर देखने को मिला। दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त कौशल किशोर अपनी धर्मपत्नी एवं परिवारजनों के साथ बाबा भोलेनाथ मंदिर पहुँचे और विधि-विधान से जलाभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की सुख-समृद्धि एवं शांति के लिए प्रार्थना की।
कुशेश्वरस्थान का यह मंदिर मिथिला क्षेत्र की आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है और सावन-भाद्रपद माह में यहाँ श्रद्धालुओं की विशेष भीड़ रहती है। भगवान शिव के प्रति आस्था और भक्ति की झलक इस अवसर पर स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हुआ पूजन
पूजा-अर्चना के दौरान मंदिर के पुजारियों ने पूरे विधि-विधान के साथ जलाभिषेक कराया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूरे परिसर का वातावरण आध्यात्मिक और भक्तिमय हो गया।
आयुक्त कौशल किशोर और उनके परिवार ने बाबा भोलेनाथ से जनकल्याण, शांति और विकास की कामना की।
मिथिला परंपरा के अनुसार सम्मान
पूजन के बाद, न्यास के पूर्व उपाध्यक्ष बाबू कान्त झा ने आयुक्त कौशल किशोर को मिथिला की पहचान — पाग और चादर से सम्मानित किया।
पाग (Mithila Pag) को मिथिला की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक माना जाता है।
यह सम्मान स्थानीय समाज में उच्च आदर और प्रतिष्ठा का द्योतक है।
प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति
इस धार्मिक अवसर पर प्रशासनिक और स्थानीय स्तर के कई महत्वपूर्ण लोग मौजूद रहे।
मौके पर उपस्थित थे:
सीओ गोपाल पासवान
बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु
पु.अनि. मनोज शर्मा
क्षेत्र के गणमान्य लोग
इनकी उपस्थिति से यह कार्यक्रम और भी महत्वपूर्ण बन गया, साथ ही प्रशासनिक और धार्मिक समन्वय की झलक भी दिखी।
सकारात्मक पहल
पूजन-अर्चना संपन्न होने के बाद आयुक्त कौशल किशोर अपने परिवार सहित पुनः अपने गंतव्य स्थान के लिए प्रस्थान कर गए।
उनकी इस धार्मिक यात्रा को स्थानीय लोगों ने सकारात्मक पहल के रूप में देखा और इसे क्षेत्र के लिए शुभ संकेत बताया।
कुशेश्वरस्थान का महत्व
कुशेश्वरस्थान दरभंगा जिला का एक प्रमुख धार्मिक एवं सांस्कृतिक केंद्र है।
यहाँ स्थित बाबा कुशेश्वरनाथ मंदिर को “छोटा बाबा धाम” भी कहा जाता है और यह बाबा बैद्यनाथ धाम, देवघर की तर्ज पर पूजनीय है।
सावन माह में यहाँ लाखों कांवड़िये गंगा जल लेकर बाबा भोलेनाथ को अर्पित करने पहुँचते हैं।
मिथिला की सांस्कृतिक पहचान, धार्मिक परंपरा और प्रशासनिक संवेदनशीलता का संगम
कुशेश्वरस्थान पूर्वी में आयोजित यह धार्मिक कार्यक्रम सिर्फ पूजा-अर्चना भर नहीं था, बल्कि यह मिथिला की सांस्कृतिक पहचान, धार्मिक परंपरा और प्रशासनिक संवेदनशीलता का भी संगम रहा।
आयुक्त कौशल किशोर का परिवार सहित बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद लेना क्षेत्र के लोगों के लिए प्रेरणादायक और गर्व का क्षण रहा।
You must be logged in to post a comment.