Darbhanga News: बिहार के दरभंगा में, जहां जनता दरबार उम्मीदों के सूरज उगते हैं और शिकायतों के बादल छंटते हैं, जिलाधिकारी कौशल कुमार ने जन समस्याओं के त्वरित समाधान का नया अध्याय लिखा।
Darbhanga News: जिलाधिकारी कौशल कुमार ने सुनीं जन शिकायतें
Darbhanga News: 12 दिसंबर 2025 को दरभंगा के जिलाधिकारी, श्री कौशल कुमार ने अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित जनता दरबार में आए फरियादियों की समस्याओं को अत्यंत धैर्यपूर्वक सुना। इस दौरान उन्होंने कई मामलों का मौके पर ही त्वरित समाधान कर दिया, जबकि शेष आवेदनों को संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध निष्पादन के निर्देश के साथ भेज दिया। यह दिखाता है कि प्रशासन किस तरह से जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है और जन शिकायत निवारण के प्रति सजग है, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
जनता दरबार में स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, आपूर्ति विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर निगम, ऊर्जा विभाग, मनरेगा और जीविका सहित विभिन्न विभागों से संबंधित शिकायतें और आवेदन प्राप्त हुए। जिलाधिकारी ने इन सभी मुद्दों पर गंभीरता से विचार किया और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर स्पष्ट किया कि बिहार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता जन समस्याओं का समयबद्ध और प्रभावी समाधान सुनिश्चित करना है। उन्होंने सभी विभागीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे आम जनता की शिकायतों के निपटारे में किसी भी प्रकार की कोताही न बरतें और इसे अपनी सबसे अहम जिम्मेदारी मानें। यहाँ पर कुशल प्रशासन का एक जीवंत उदाहरण देखने को मिला।
उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए, जिलाधिकारी ने सभी प्राप्त शिकायतों को अत्यंत गंभीरता से लेने और उन पर त्वरित एवं पारदर्शी कार्रवाई सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जन शिकायत निवारण प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ बनाना आवश्यक है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर नागरिक की आवाज़ सुनी जाए और उसकी समस्या का समाधान हो, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
जनता दरबार की प्रशासनिक पहल
इस महत्वपूर्ण अवसर पर अपर समाहर्ता राजस्व मनोज कुमार, अपर समाहर्ता विभागीय जांच राकेश कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी प्रियंका कुमारी और नोडल आईटी सेल की पूजा चौधरी सहित विभिन्न विभागों के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। उनकी उपस्थिति ने जनता दरबार की गंभीरता और प्रशासनिक समन्वय को दर्शाया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि प्रशासन जनसरोकारों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।


