Hostel Student Death: दबंगई की स्याही से लिखी अनहोनी या अवसाद का गहरा दलदल? दरभंगा में एक हॉस्टल छात्र की संदिग्ध मौत और फिर उसकी मां के अवसादग्रस्त निधन ने कई अनसुलझे सवाल खड़े कर दिए हैं। इन दोनों घटनाओं ने स्थानीय पुलिस प्रशासन को भी सकते में डाल दिया है और वे हर पहलू से मामले की जांच में जुटे हैं।
हॉस्टल छात्र की मौत: माउंट समर स्कूल में क्या हुआ था?
दरअसल, यह पूरा मामला दरभंगा के माउंट समर स्कूल से जुड़ा है। हनुमान नगर भठियारीसराय, वार्ड नं-26 के निवासी शिवशंकर कुमार साह ने कोतवाली थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उनकी शिकायत के अनुसार, उनके भांजे कश्यप कुमार, जो माउंट समर स्कूल, लहेरियासराय के हॉस्टल में पढ़ता था, को कथित तौर पर मारपीट कर हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में बहादुरपुर थाना कांड संख्या 450/25 दिनांक 08.10.25 धारा 103 (1) बी०एन०एस० के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार, अग्रतर अनुसंधान के क्रम में घटनास्थल का निरीक्षण जिला चलंत विधि विज्ञान प्रयोगशाला, दरभंगा इकाई द्वारा किया गया था। घटनास्थल के पास से दो मल्टीकलर गमछे जब्त किए गए। विधि विज्ञान प्रयोगशाला टीम ने प्रथम दृष्टया घटना को हैंगिंग (फांसी) का बताया था, लेकिन मृत्यु के स्पष्ट कारण के लिए मृतक के अंत्य परीक्षण प्रतिवेदन का इंतजार था। बाद में प्राप्त प्रतिवेदन में चिकित्सकों ने कश्यप की मृत्यु का कारण ‘एस्फीक्सिया ड्यू टू रिजल्ट ऑफ हैंगिंग’ बताया है। रिपोर्ट में मृतक के शरीर पर अन्य कोई बाहरी चोट या जख्म नहीं पाया गया।
पुलिस का त्वरित एक्शन और SIT गठन
मामले के त्वरित और सफल उदभेदन के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर-1 के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है, जिसमें थानाध्यक्ष बहादुरपुर, कांड के अनुसंधानकर्ता और डी०आई०यू० टीम शामिल हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
जांच के दौरान यह बात सामने आई कि मृतक कश्यप कुमार हॉस्टल में रहना नहीं चाहता था और अक्सर बड़े बच्चों से घर भाग जाने की बातें करता था। यह भी बताया गया है कि उसे मोबाइल देखने की लत थी और वह घर जाकर मोबाइल देखना चाहता था। स्कूल की वर्ग शिक्षिका ने अनुसंधानकर्ताओं को बताया कि घटना के दिन स्कूल आने पर कश्यप काफी रो रहा था, जिसे समझाने-बुझाने के बाद वह शांत हुआ और अपनी कक्षा में गया।
मां की संदिग्ध मौत: अवसाद या कुछ और?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दिनांक 30.12.2025 को कश्यप कुमार की मां मनीषा कुमारी की भी मृत्यु इलाज के दौरान हो गई। इस संबंध में मृतिका के भाई शिवशंकर साह (जो कश्यप के भी मामा हैं) के फर्दब्यान के आधार पर कोतवाली थाना यू०डी० कांड संख्या 01/25 दिनांक 30.12.25 अंकित किया गया है। वादी ने अपने फर्दब्यान में बताया कि उनकी छोटी बहन मनीषा कुमारी अपने बेटे कश्यप की तीन माह पहले हॉस्टल में हुई मौत के कारण गहरे डिप्रेशन में चल रही थी। यह दरभंगा आत्महत्या मामला कई संवेदनशील सवाल खड़े करता है।
दिनांक 28.12.25 को शाम लगभग 6-7 बजे मनीषा कुमारी ने घर पर कुछ खा लिया, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने उन्हें डॉ० मनोज कुमार यूरोस्टोन, अल्लपट्टी, दरभंगा में भर्ती कराया। इलाज के दौरान जब मनीषा होश में आईं, तो उन्होंने बताया कि “मैंने कुछ खा लिया है। मैं बहुत डिप्रेशन में रहती हूं।” हालत बिगड़ने पर उसी दिन रात में डॉक्टरों ने उन्हें डी०एम०सी०एच०, दरभंगा रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान दिनांक 30.12.25 को मनीषा कुमारी की मृत्यु हो गई। वादी ने अपने बयान में किसी पर कोई दोष नहीं लगाया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
जांच जारी: सच्चाई की तलाश
फिलहाल, पुलिस इन दोनों ही घटनाओं, हॉस्टल छात्र की मौत और उसकी मां के संदिग्ध निधन के सभी पहलुओं पर गहन जांच कर रही है। दोनों मामले अभी अनुसंधान के अधीन हैं और पुलिस सच्चाई का पता लगाने की हरसंभव कोशिश कर रही है।







