दरभंगा। सम्मानजनक रोजगार व न्यायपूर्ण बहाली के लिए रोजगार अधिकार आंदोलन के तहत आइसा-आरवाईए के छात्र युवा संवाद कार्यक्रम के तहत इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह अंगियाव विधायक मनोज मंजिल दरभंगा के डॉ.अंबेडकर कल्याण छात्रावास (Darbhanga Kalyan Hostel) पहुंचे।
टीम में आइसा राज्य सचिव सबीर कुमार, संजय साजन, आइसा जिला सचिव मयंक कुमार यादव, जिला अध्यक्ष प्रिन्स राज, राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य संदीप कुमार, इनौस राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी, इनौस नेता केशरी कुमार यादव, आइसा नेता चंदन आजाद, राजू कर्ण, शम्स तबरेज, मो. सहाबुद्दीन,जगदंबा, संतोष रजक सहित कई लोग शामिल थे।

कल्याण छात्रावास में आयोजित छात्र संवाद में छात्रों ने कहा
कि यहां सभी योजना में लूट मची हुई है। भवन के मरम्मत के नाम पर सिर्फ़ पेंट करवाया जा रहा है। DWO और कल्याण विभाग के बड़ाबाबू कल्याण विभाग के सारे योजनाओं को लूट के हवाले कर दिया है।
सभी योजनाओं को अपने स्तर से बंदरबाट करते हैं। छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिल रही हैं। होस्टल के छात्र को होस्टल ग्रांड नहीं मिल रहा है। इस सारी बातों को सुनकर विधायक मंजिल ने तुरंत DWO और बड़ाबाबू से बात की और तुरंत ही वहीं से दरभंगा जिलाधिकारी राजीव रौशन से बात कर इस सारे योजनाओं को जांच कराने की मांग की।
विधायक मनोज मंजिल ने कहा
कि बिहार में डबल इंजन की सरकार दलित-गरीब के योजनाओं को ही लूट कर खा रही है। बिहार के सभी कल्याण छात्रावास के योजनाओं में बड़े पैमाने पर लूट मची हुई है। होस्टल का 175 बेड जर्जर बना हुआ है। होस्टल मरम्मती के नाम पर भयंकर लूट हुआ हैं। छात्र को छात्रविर्ती से लेकर होस्टल ग्रांड तक रुका हुआ है। उन्होंने कहा दरभंगा के DWO और कल्याण विभाग के बराबाबू कि मनमानी और योजनाओं में मची लूट को बिहार विधान सभा मे उठाया जाएगा।
विधायक श्री मंजिल ने कहा कि कहा कि आज बिहार के अंदर रोजगार के नाम पर राजनीति हो रही है। छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली राज्य व केंद्र की सरकारों ने एनटीपीसी के रिजल्ट में गड़बड़ी की, ग्रुप डी बहाली के पैटर्न में बदलाव किया जब छात्रों ने प्रतिरोध किया तो उन्हें बुरी तरह से पिटाई कर फर्जी मुकदमा कर दिया।
एनटीपीसी एवं ग्रुप डी में धांधली
एवं पैटर्न में बदलाव के लिए कमेटी गठित कर 4 मार्च को छात्रों के पक्ष में रिपोर्ट देने की बात सरकार द्वारा कही गई थी। लेकिन आज 6 मार्च होगई रिपोर्ट का कोई अता – पता नहीं है। शिक्षा को लेकर राज्य सरकार लापरवाह बनी हुई है। एसटीइटी 2019 के विज्ञापन में में सरकार ने कहा था कि जितना रिक्ति है उतना रिजल्ट देकर सभी का बहाली किया जाएगा. परंतु जितना रिजल्ट दिया गया उसकी भी बहाली सरकार नहीं कर रही है।
विश्वविद्यालय में शिक्षक व कर्मचारी के पद खाली हैं,
विभिन्न कार्यालय, अस्पताल, विद्यालय, रेलवे समेत केंद्र सरकार कि सभी संस्थानों में बड़े पैमाने पर सीट खाली है दूसरी तरफ हमारे देश के करोड़ों छात्र – नौजवान डिग्री लेकर सड़क पर भटक रहे हैं। दो करोड़ रोजगार का वादा करने वाली केंद्र सरकार व 19 लाख रोजगार का वादा करने वाली राज्य सरकार को पटना के रोजगार अधिकार महासम्मेलन में लाखों छात्र युवा जूट कार रोजगार देने के वादा निभाने पर मजबूर करेगी।

आइसा बिहार राज्य सचिव सबीर ने कहा
छात्र-नौजवानों को मुकम्मल रोजगार,नौकरी के लिए परीक्षा कैलेंडर जारी करने, रोजगार के सवाल पर सुमित पत्र जारी करने व विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग पर पूरे राज्य के लाखों छात्र-नौजवानों का 9 मार्च को पटना में विशाल रोजगार अधिकार महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा जहां से रोजगार के सवाल पर बड़े पैमाने पर रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने छात्र नौजवानों से दरभंगा से हजारों की संख्या में भाग लेने की अपील की। इस अवसर पर होस्टल के सैकड़ो छात्र मौजूद थे।
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