दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (लनामिवि) पीएचडी एडमिशन टेस्ट (PAT) 2023 और 2024 का आयोजन फरवरी के पहले सप्ताह में करने की तैयारी कर रहा है। परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 15 जनवरी से शुरू होगी और अधिसूचना 10 जनवरी तक जारी होने की संभावना है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. विनोद कुमार ओझा ने जानकारी दी कि विषयवार संभावित रिक्तियां तय कर ली गई हैं और संबंधित विभागों से शोध पर्यवेक्षकों की वैधता और सीटों की अंतिम सूची मांगी गई है।
मुख्य बिंदु
- आवेदन प्रक्रिया:
- आवेदन शुरू: 15 जनवरी 2025
- अधिसूचना जारी: 10 जनवरी 2025
- पीएटी आयोजन की तैयारी:
- एडवाइजरी कमेटी की बैठक: 18 नवंबर 2024 को हुई।
- 2023 और 2024 के सत्र का पीएटी एक साथ आयोजित किया जाएगा।
- राजभवन से इस निर्णय की अनुमति प्राप्त हो चुकी है।
- शोध पर्यवेक्षक और रिक्तियां:
- 400 प्राध्यापकों ने शोध पर्यवेक्षक बनने के लिए आवेदन किया।
- यदि सभी आवेदक वैध पाए जाते हैं, तो 1246 रिक्तियां संभावित हैं।
- विवि परंपरानुसार कुल रिक्तियों का केवल एक तिहाई ही जारी करता है।
- इस बार संभावित रूप से 415 सीटों पर एडमिशन लिया जा सकता है।
पीएटी का महत्व और इसकी विशेषताएं
- अंतिम बार विवि स्तर पर आयोजन: यूजीसी के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, यह लनामिवि द्वारा विवि स्तर पर आयोजित अंतिम पीएटी होगा। भविष्य में यह प्रक्रिया केंद्र स्तर पर हो सकती है।
- विषयवार सीटों का अधिकतम उपयोग: इस बार सभी विषयों में अधिकतम सीटें जारी करने की संभावना है, ताकि पीएचडी के इच्छुक छात्रों को बेहतर अवसर मिल सके।
- दो सत्रों का एक साथ आयोजन: पहली बार, 2023 और 2024 सत्र का पीएटी एक साथ हो रहा है।
विषयवार आवेदन और संभावित सीटें
विषय | आवेदन करने वाले प्राध्यापक | संभावित रिक्तियां |
---|---|---|
शिक्षा | 65 | 210 |
हिंदी | 41 | 141 |
अर्थशास्त्र | 27 | 74 |
मैथिली | 29 | 87 |
मनोविज्ञान | 35 | 96 |
रसायन विज्ञान | 10 | 31 |
गणित | 24 | 81 |
भौतिकी | 11 | 28 |
छात्रों के लिए राहत और चुनौतियां
- पीजी उत्तीर्ण छात्रों की उम्मीद: पीएटी में देरी से 2020-22, 2021-23, और 2022-24 सत्र के छात्र प्रभावित हुए हैं। परीक्षा आयोजन से इन छात्रों को राहत मिलेगी।
- सत्र देरी का समाधान: फरवरी में परीक्षा और जल्द परिणाम घोषित कर पीएचडी सत्रों को नियमित करने का प्रयास किया जा रहा है।
अधिकारियों का बयान
प्रो. विनोद कुमार ओझा: “वीसी की अध्यक्षता में कोर कमेटी की बैठक जल्द आयोजित की जाएगी। सभी बिंदुओं पर निर्णय लेकर फरवरी के पहले सप्ताह में परीक्षा कराई जाएगी।”
राजभवन के प्रवक्ता: “दो सत्रों का पीएटी एक साथ कराना छात्रों के हित में है। विवि की पहल सराहनीय है।”
निष्कर्ष
लनामिवि द्वारा फरवरी में पीएटी का आयोजन न केवल छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह विवि के अकादमिक कैलेंडर को नियमित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। छात्रों को अब अधिसूचना जारी होने का इंतजार है, ताकि वे अपनी तैयारी को अंतिम रूप दे सकें।
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