दरभंगा | दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (डीएमसीएच) को एक प्रमुख मेडिकल हब बनाने के लिए विभिन्न उन्नत सुविधाओं और शैक्षणिक सुधारों की योजना बनाई गई है।
अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है… — PM MODI in Madhubani
स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार
विभाग और बेड की संख्या:
- जनरल मेडिसिन वार्ड: 240 बेड
- बाल चिकित्सा वार्ड: 240 बेड
- श्वास रोग (Pulmonology): 90 बेड
- चर्म रोग (Dermatology): 60 बेड
- जनरल सर्जरी: 240 बेड
- स्त्री एवं प्रसूति रोग (Gynecology & Obstetrics): 330 बेड
- गहन चिकित्सा इकाई (ICU): 670 बेड
अन्य विभाग:
- नाक-कान-गला (ENT), नेत्र रोग (Ophthalmology), दंत रोग (Dentistry), मूत्र रोग (Urology), और एंडोक्राइनोलॉजी।
विशेष प्रावधान
- 21 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर (Modular OTs)।
- 140 बाह्य रोगी कक्ष (OPD Rooms): बेहतर और त्वरित सेवाओं के लिए।
- पोषण पुनर्वास केंद्र (Nutritional Rehabilitation Center): 40 बेड।
- आधुनिक मेडिकल उपकरण: 350 करोड़ रुपये के उन्नत उपकरण।
शैक्षणिक विस्तार
- एमबीबीएस सीटों में वृद्धि: नामांकन सीट 120 से बढ़ाकर 250 कर दी जाएगी।
- छात्रों और स्टाफ के लिए आवासीय सुविधाएं: नए हॉस्टल और स्टाफ क्वार्टर का निर्माण।
परियोजना का महत्व
- उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं: डीएमसीएच अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के साथ मिथिला क्षेत्र का प्रमुख चिकित्सा केंद्र बनेगा।
- शैक्षणिक विकास: एमबीबीएस सीटों में वृद्धि से क्षेत्रीय छात्रों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा शिक्षा प्राप्त होगी।
- आवासीय और शैक्षणिक सुधार: छात्रों, नर्सिंग स्टाफ, और चिकित्सकों के लिए बेहतर आवासीय और कार्य वातावरण।
- क्षेत्रीय स्वास्थ्य सुधार: मिथिला और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।
परियोजना की सफलता के बाद प्रभाव
इस परियोजना के पूर्ण होने पर, डीएमसीएच न केवल दरभंगा बल्कि पूरे बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अपनी नई पहचान बनाएगा।
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