back to top
13 जनवरी, 2024
spot_img

Darbhanga News। कुशेश्वरस्थान में 85 लाख का घोटाला?

spot_img
spot_img
spot_img

Darbhanga News | प्रखंड के उजुआ सिमरटोका पंचायत में मुखिया भज्जू महतो उर्फ रमेश महतो और पंचायत सचिव दिनेश कुमार चौधरी पर 15वें वित्त आयोग और षष्ठम राज्य वित्त आयोग के तहत विभिन्न योजनाओं में लगभग ₹85,15,941 की अनियमितता और गबन का आरोप लगा है।

शिकायतकर्ता ने लगाए गंभीर आरोप

उक्त पंचायत के कोदरा गांव निवासी बाल्मीकि यादव ने बिरौल अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के न्यायालय में आवेदन देकर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।

आरोपों का ब्योरा

  1. परिवारजनों को वेंडर और लेबर बनाकर गबन:
    • मुखिया के पुत्र विपिन कुमार, जो भोपाल में इंजीनियरिंग के छात्र हैं, के नाम पर महतो ट्रेडर्स संचालित है।
    • विपिन कुमार के खाते में ₹2.5 लाख मजदूरी का भुगतान किया गया।
    • मुखिया के अन्य परिवारजनों जैसे सुशांत कुमार, सुमन कुमार सौरभ, एडिसन कुमार, अक्षय कुमार, और पिंकी कुमारी के नाम पर ₹10 लाख से अधिक की राशि निकासी की गई।
    • इनमें से कई सदस्य छात्र या अन्य कार्यों में संलग्न हैं, लेकिन उन्हें लेबर कार्डधारी दिखाया गया।
  2. सार्वजनिक योजनाओं में हेरफेर:
    • सार्वजनिक शौचालय निर्माण:
      • लगभग ₹80 लाख खर्च दिखाया गया।
      • इनमें से ₹50 लाख मुखिया पुत्र के प्रतिष्ठान महतो ट्रेडर्स को स्थानांतरित किए गए।
      • शौचालय पंचायत के आम स्थानों पर बनाने के बजाय मुखिया और उनके चहेतों की निजी जमीन पर बनाए गए।
    • स्ट्रीट लाइट योजना:
      • 196 स्ट्रीट लाइट के लिए ₹17 लाख की निकासी हुई, लेकिन इतनी संख्या में लाइट लगाई ही नहीं गई।
      • जो लाइट लगाई गई, उनकी बाजार कीमत महज ₹1,500-₹2,000 है।
    • जिम निर्माण:
      • तीन जिम के लिए ₹15 लाख की निकासी हुई।
      • इनमें से एक जिम मुखिया ने अपने आवास पर स्थापित किया।
यह भी पढ़ें:  Darbhanga नगर निगम बोर्ड की बैठक में भयंकर हंगामा, नियमों के उल्लंघन? 27 पार्षद, 31 दिसंबर, 5 घंटे चली बहस, टंकण भूल? जानिए क्या है आगे की राह

अन्य आरोप

  • महतो ट्रेडर्स फर्जी जीएसटी नंबर के माध्यम से संचालित है।
  • पंचायत सचिव और मुखिया ने मिलकर योजनाओं की राशि का उठाव अपने लाभ के लिए किया।

प्रशासनिक कार्रवाई की मांग

शिकायतकर्ता ने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

यह भी पढ़ें:  Bihar Teacher Transfer: 1,90,332 आवेदनों में शिक्षकों की पसंद और स्कूल की जरूरत में संतुलन, DEO सॉफ्टवेयर से होगी प्रक्रिया

दोषियों का पक्ष

मुखिया और पंचायत सचिव ने शिकायत पर टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि शिकायत में जो नाम दिए गए हैं, उनसे संपर्क किया जाए।

निष्कर्ष

यह मामला पंचायतीराज अधिनियम के उल्लंघन और सरकारी धन के दुरुपयोग का गंभीर उदाहरण है। यदि आरोप सत्य पाए जाते हैं, तो यह न केवल प्रशासनिक व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है, बल्कि स्थानीय स्तर पर भ्रष्टाचार के बढ़ते प्रभाव को भी उजागर करता है।

यह भी पढ़ें:  बाबा कुशेश्वर नाथ मंदिर न्यास समिति भंग, बिरौल SDO उमेश कुमार भारती को किया गया न्यासधारी नियुक्त, जानिए क्या है पूरा मामला अब आगे क्या होगा?
--Advertisement--

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें