Darbhanga News: सड़क पर सियासत और सिस्टम पर सवाल, जब एक लाश ने रोक दी नेशनल हाईवे की रफ्तार…। बुधवार को दरभंगा में राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक शख्स की संदिग्ध मौत से गुस्साए परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया। इस प्रदर्शन के कारण बसेला चौक के पास करीब दो घंटे तक वाहनों की रफ्तार थमी रही और हाईवे पर गाड़ियों की मीलों लंबी कतारें लग गईं, जिससे आम यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
Darbhanga News: पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर होटल मालिक की चुप्पी ने बढ़ाया शक
पूरा मामला वैशाली जिले के एक लाइन होटल से जुड़ा है, जहां दरभंगा के रहने वाले रामसेवक राम रसोइए का काम करते थे। परिजनों के अनुसार, ‘देसी मसाला’ नामक होटल के मालिक ने ही फोन पर उनकी मौत की सूचना दी थी। जब परिवार के लोग वैशाली स्थित होटल पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है। लेकिन जब परिवार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य कागजात मांगे, तो होटल मालिक ने कुछ भी देने से इनकार कर दिया और शव लेकर तुरंत दरभंगा लौटने का दबाव बनाया। होटल मालिक के इसी रवैये ने पूरे मामले को संदिग्ध बना दिया, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। परिवार वालों का आरोप है कि रामसेवक की हत्या की गई है।
वैशाली से लौटने के बाद जब स्थानीय पुलिस से भी अपेक्षित सहयोग नहीं मिला, तो परिवार का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने न्याय की मांग करते हुए रामसेवक के शव को एनएच-27 पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके कारण भीषण NH-27 जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। इसी विरोध प्रदर्शन के कारण हाईवे पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
मुकेश सहनी ने सरकार पर साधा निशाना
जब हाईवे पर जाम लगा था, उसी दौरान वहां से गुजर रहे विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के सुप्रीमो मुकेश सहनी का काफिला भी फंस गया। मौके की नजाकत को देखते हुए वह गाड़ी से उतरे और सीधे प्रदर्शन कर रहे पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने परिवार को सांत्वना दी और सरकार पर जमकर हमला बोला। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
मुकेश सहनी ने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है और लोगों का न्याय व्यवस्था पर से भरोसा उठता जा रहा है। उन्होंने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा, “नीतीश कुमार खुद बीमार हैं और उनकी सरकार पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।” उनके इस बयान ने मौके पर मौजूद लोगों के गुस्से को और हवा दे दी। बाद में, स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद जाम समाप्त हुआ और यातायात को फिर से बहाल किया जा सका।


