Prabhash Ranjan, दरभंगा। सोनकी थाना पुलिस ने एक अंतरराज्यीय ठग गिरोह का खुलासा किया है। यह गिरोह नकली सोना-चांदी के जेवर बेचने और असली जेवर की सफाई के बहाने ठगी करता था। पुलिस ने गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 5 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। इनके पास से 9.5 किलो नकली सोना, 200 ग्राम नकली चांदी, और 1.15 लाख रुपये नगद बरामद किए गए।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान:
- शंकर राठौड़: नागपुर, महाराष्ट्र
- हीरालाल: मेरठ, उत्तर प्रदेश
- प्रेम कुमार: आगरा, उत्तर प्रदेश
- देवकी सोलंकी: आगरा, उत्तर प्रदेश
- राहुल: भोपाल, मध्य प्रदेश
- लक्ष्मण: सुल्तानपुर, दिल्ली
- अटारी देवी: सुल्तानपुर, दिल्ली
- मीना देवी: रोहिणी, दिल्ली
गिरोह का तरीका:
- यह गिरोह गांव-गांव घूमकर मंदिरों के डिजाइन वाले कांच और अन्य सामान बेचता था।
- महिलाओं को अकेला देखकर सोने के जेवर की सफाई का झांसा देता था।
- सफाई के दौरान असली जेवर को नकली जेवर से बदल देता था।
- नकली सोना बेचने के लिए बाजारों और दुकानदारों को निशाना बनाता था।
ठगी का मामला:
- 5 जनवरी को गिरोह के दो पुरुष और एक महिला सोनकी बाजार स्थित कपड़ा व्यवसायी राजेश दास की दुकान पर पहुंचे।
- उन्होंने सोना बेचने के नाम पर व्यवसायी से 3.15 लाख रुपये नगद लिए।
- व्यवसायी ने सोने की जांच करवाई, जो नकली निकला।
- ठगी का अहसास होने पर व्यवसायी ने सोनकी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई।
पुलिस कार्रवाई:
- 8 जनवरी को सोनकी थाना पुलिस ने चिकनी मोड़ पर वाहन जांच के दौरान यूपी नंबर की बाइक पर सवार दो आरोपियों को पकड़ा।
- उनके बैग से 1.5 किलो नकली सोना और 50 हजार रुपये नगद बरामद हुए।
- पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध कबूल किया और गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी दी।
- पुलिस ने पोहद्दी गांव स्थित उनके किराए के मकान पर छापा मारकर 8 किलो नकली सोना, 200 ग्राम नकली चांदी, और 1.15 लाख रुपये नगद बरामद किए।
- मौके से 6 अन्य ठग, जिनमें 3 महिलाएं शामिल थीं, को गिरफ्तार किया गया।
जांच जारी:
सदर डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि गिरोह के सदस्यों से पूछताछ जारी है। पुलिस अन्य ठगी के मामलों में इनकी संलिप्तता की जांच कर रही है।
सावधान रहें:
- अजनबी लोगों से सोना-चांदी या अन्य कीमती वस्तुओं का सौदा न करें।
- असली और नकली जेवर की जांच करने के लिए विश्वसनीय ज्वेलर्स से ही संपर्क करें।
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
निष्कर्ष: यह गिरोह विभिन्न राज्यों में ठगी कर रहा था। दरभंगा पुलिस की कार्रवाई से इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ और कई नकली सामान जब्त किए गए। यह घटना नागरिकों के लिए सतर्कता बरतने का संदेश है।