

दरभंगा | शहर में इस बार नदी में पानी अत्यधिक होने के कारण छठ पर्व को लेकर प्रशासन और पूजा समितियों ने तालाबों में विशेष व्यवस्था की तैयारी शुरू कर दी है।
हरीबोल तालाब (वार्ड 21) में लगभग 250 परिवारों द्वारा छठ पूजा की तैयारी पूरी कर ली गई है।
‘व्रतियों’ के नाम से ‘अलॉट’ हो रही घाट की जगह
समिति द्वारा वार्ड 21, 20, 10 और 24 के व्रतियों के नाम और क्षेत्र अंकित कर घाटों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। हर परिवार को उनकी जगह पहले से अलॉट की जा रही है, ताकि भीड़ और अव्यवस्था से बचा जा सके।
‘राजेंद्र भवन’ बना ‘व्हीकल पार्किंग’ का ‘जंक्शन
व्रतियों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए
300 अतिरिक्त कुर्सियां लगाई जा रही हैं,
नगर निगम की ओर से छह चेंजिंग रूम बनाए जा रहे हैं,
और सभी वाहनों की पार्किंग राजेंद्र भवन परिसर में की जाएगी।
यह व्यवस्था विशेष रूप से उन परिवारों के लिए है जो नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण अब तालाब पर छठ करेंगे।
आर्टिफिशियल तालाब में जगह तय
शुक्रवार को ढाई सौ परिवारों के नाम दर्ज होने के बाद, आने वाले व्रतियों के लिए सेनापत के श्री शंकर हनुमान मंदिर परिसर में कृत्रिम तालाब बनाया गया है।
इसके अलावा, छठ पूजा समिति भगवानदास की ओर से निर्णय लिया गया कि जेपी चौक से हरीबोल तालाब तक कृत्रिम तालाब बनाकर 100 परिवारों के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी।
पार्षद नवीन सिन्हा की Surety — कोई नहीं लौटेगा खाली हाथ
वार्ड 21 के पार्षद नवीन सिन्हा, पूर्व पार्षद गौरीशंकर, मधुबाला सिन्हा, बेला देवी सहित समिति के कई सदस्यों ने मिलकर व्रतियों को सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया।
उन्होंने नदी में छठ करने वाले श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया कि जगह की कमी होने पर कृत्रिम तालाब में स्थान उपलब्ध कराया जाएगा।
बिजली, रोशनी और प्रशासनिक सहयोग,नहीं होगी किसी तरह की असुविधा
पार्षद नवीन सिन्हा के अनुसार, हर परिवार का नाम दर्ज कर उन्हें संभावित जगह पहले से आवंटित किया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने भी पूरी तरह सहयोग का आश्वासन दिया है।
वहीं, समिति की ओर से बिजली और रोशनी की व्यवस्था तेज़ी से की जा रही है ताकि व्रतियों को किसी तरह की असुविधा न हो।
आपको बता दें — कुल 70 तालाब है दरभंगा शहर में ,जिसमें छठ होना है। 31 घाट नदी किनारे है, जिसमें पानी बढ़ा होने के कारण छठ नहीं होगा इस बार।








