Darbhanga News| दरभंगा सदर मुख्यालय…तब तो ताला जड़ जाएगा….कर कंट्रोल….चाबी ले….सिस्टम खोल। यह बात यूं ही नहीं है। पूरा प्रखंड मुख्यालय का सिस्टम ही उधार दर उधार है। लोगों के काम-काज पर ताला जड़ा है। अधिकारी आते नहीं। आते भी हैं तो सप्ताह में कभी-कभार। ऐसे में, बड़े प्रशासन से उम्मीद पाले लोग यही कह रहे, सिस्टम का ताला खोल…चाबी उठा….ताला खोल…क्योंकि, सोमवार को जो नजरा प्रखंड मुख्यालय में दिखा। चार-चार विभाग में उधार के पदाधिकारी। ऊपर से,
कभी-कभी पहुंचते हैं कार्यालय…कैसे काम चलेगा…सिस्टम ठप पड़ा है। ताले से चाबी की दूरी….बढ़ती जा रही है जहां…
Darbhanga News| जनता बेचारी, लाचारी में है। जनता हलकान है। सोमवार की सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर जो दिखा…पूरे सिस्टम पर ताला सरीखे ही मिला
दरभंगा के सदर प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय, बाल विकास परियोजना, शिक्षा विभाग कार्यालय, प्रखंड पंचायती राज कार्यालय और कृषि कार्यालय में पदाधिकारी कर्मचारियों के देरी से पहुंचने का सिलसिला जारी है। जनता बेचारी है। लाचारी में है। आम जनता हलकान है। परेशान है। सोमवार की सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर जो दिखा…पूरे सिस्टम पर ताला सरीखे ही मिला।
Darbhanga News| बीडीओ विजय कुमार सौरभ से बात की गई, पूछा गया बताइए सर…, कहा…औचक निरीक्षण करेंगे
प्रखंड में सभी पदाधिकारी, कमी उपस्थित थे। मगर, लिपिक अनुपस्थित थी। पता चला, यह रोज यही करती हैं। कभी भी समय पर प्रखंड कार्यालय नहीं आती हैं। कार्यालय से कब चली जाती हैं। यह भी सिर्फ उन्हीं को मालूम होता है। यह समस्या जानने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार सौरभ से बात की गई, पूछा गया बताइए सर, कई शिकायत मिली हैं…लिपिक कार्यालय समय पर नहीं आती हैं। इसपर बीडीओ साहेब ने कहा, अब कार्यालय का औचक निरीक्षण करेंगे। जो भी कर्मी समय पर उपस्थित नहीं होंगे उन सभी पर कार्यवाही की जायगी।
Darbhanga News| मगर यहां कौन करेगा? देखेगा?
यही आलम अंचल कार्यालय का भी है। समय पर पदाधिकारी ही नहीं मिलते। कर्मी मनमाना करते हैं। समय पर कुछ ही कर्मी उपस्थित होते हैं। शिक्षा विभाग में देखिए। प्रभार में चल रहा है। यही आलम, प्रखंड पंचायती राज कार्यालय का है। यहां भी बीपीआरओ प्रभार में चल रहे हैं। उन्हें भी सप्ताह में तीन दिन आना होता है। कब कौन आता है…क्या करते हैं। किसी को कुछ मालूम नहीं।
Darbhanga News| यहां तो समस्या ही समस्या है, कार्यालय है या…पिकनिक स्पॉट
यही हाल यहां भी है। सबसे बड़ी समस्या बाल विकास परियोजना और कृषि कार्यालय का है, जहां कभी भी समय पर कार्यालय आना कोई मुनासिब नहीं समझता। सोमवार को बाल विकास परियोजना कार्यालय में डाटा ऑपरेटर विजय कुमार, संविदा परिचार्य बालेश्वर पासवान उपस्थित थे। समय हो रहा था सुबह 11 बजकर 28 मिनट….प्रभारी प्रधान लिपिक शिवजी महतो कार्यालय पहुंचते हैं। वहीं, अधिकारी…यह समस्या रोज का है। बाल विकास परियोजना कार्यालय आने का कोई और समय नहीं है। जबकि सदर कार्यालय प्रभार में है। कई अन्य वरीय कर्मी भी यहां प्रभार में हैं। सप्ताह में तीन दिन कार्यालय आना होता है। यह सूची सिर्फ उन्हीं को मालूम है। सूची सार्वजनिक नहीं होने के कारण आम जनता को काफी परेशानियां होती है।
Darbhanga News| कौन पैदा करेगा भय? यही वजह है…
यहां औचक निरीक्षण भी कोई नहीं करता। ताकि, पदाधिकारी और कर्मी में भय बना रहे।पूरा प्रखंड कार्यालय उसके कई विभाग मनमाना तरीका से संचालित है। प्रखंड कृषि कार्यालय खुलने का समय जरा कोई औचक निरीक्षण करें तो साफ हो जाएगा कब खुलता है। यहां भी प्रभार सिस्टम ही है। बड़ी बैठक हुई। सब नजर आते हैं। अन्य दिनों में भगवान भरोसे कार्यालय। वरीय अधिकारी से फोन पर संपर्क की कोशिश हुई। लेकिन, फिलहाल चुनाव का मौसम हैं। वरीय अधिकारी के पास व्यस्तता है। उनसे संपर्क नहीं हो पाया। इसी वजह से हम यहां अधिकारी और कर्मियों का नाम नहीं खोल रहे। कौन नहीं आते हैं। कौन आते हैं तो समय का ख्याल नहीं रहता। मनमर्जी का आलम…पूरा चिठ्ठा है। मगर, कहें किससे, समस्या कोई नई नहीं है। सभी जानते हैं। मगर, कार्रवाई करेगा कौन? एक्शन लेगा कौन?