Stolen Mobile Recovery: गुमशुदा मोबाइलों का जाल बिछाकर, मुंबई पुलिस ने बिहार के दरभंगा में सेंध लगाई है। जो मोबाइल कभी अपने मालिकों से बिछड़ गए थे, वे अब एक-एक कर वापस आ रहे हैं, लेकिन इन्हें इस्तेमाल कर रहे लोगों की नींद उड़ गई है।
Stolen Mobile Recovery: मुंबई पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 26 फोन बरामद, हजारों की तलाश जारी
Stolen Mobile Recovery: बिहार बना गुमशुदा फोनों का नया ठिकाना
मुंबई पुलिस ने बिहार के दरभंगा जिले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए महाराष्ट्र से गुम हुए या चोरी हुए मोबाइल फोन की बरामदगी शुरू कर दी है। पिछले चार दिनों में पुलिस टीम ने 26 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि ये फोन उन लोगों के पास से मिले हैं जिन्होंने इन्हें खरीदा था, लेकिन उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुंबई पुलिस का लक्ष्य 95 अन्य गुमशुदा मोबाइलों को ट्रैक करना और उन्हें बरामद करना है।
आपको बता दें कि मुंबई में 15,000 से अधिक चोरी या गुम हुए मोबाइलों की एफआईआर दर्ज की गई थी। इन मामलों को सुलझाने के लिए मुंबई पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया था। इस टीम ने जब मोबाइलों के IMEI नंबर की मोबाइल ट्रैकिंग शुरू की, तो हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। दस हजार से अधिक मोबाइल फोन बिहार के विभिन्न जिलों में इस्तेमाल किए जा रहे थे।
इसी जानकारी के आधार पर, मुंबई पुलिस की अलग-अलग टीमें 23 दिसंबर को बिहार पहुंचीं, जिनमें दरभंगा और मधुबनी जैसे जिले शामिल थे। दरभंगा में सब-इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार के नेतृत्व में टीम ने तेजी से काम शुरू किया। जिले में कुल 120 मुंबई के गुमशुदा या चोरी हुए मोबाइल फोन इस्तेमाल किए जा रहे थे। टीम ने शुरुआती दो दिनों में ही 26 फोन बरामद कर लिए, और अब 100 से 105 अन्य मोबाइलों की ट्रैकिंग पर सक्रिय रूप से काम चल रहा है।
टीम के अधिकारी जिले के सभी थानों में जाकर गुम हुए मोबाइलों का इस्तेमाल कर रहे लोगों को फोन करके बुला रहे हैं। उनसे पूछताछ के बाद मोबाइल फोन जब्त कर लिए जाते हैं और उन्हें एक रसीद दे दी जाती है। धारकों को यह आश्वासन भी दिया जा रहा है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
डरें नहीं, सिर्फ लौटा दें फोन: पुलिस की अपील
सब-इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि जो लोग यहां खोए हुए मोबाइलों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। पुलिस उन्हें सिर्फ फोन लौटाने के लिए बुला रही है। हालांकि, दो दर्जन से अधिक लोग कानूनी कार्रवाई के डर से थाने नहीं आ रहे हैं। उन्हें वैकल्पिक रूप से यह भी बताया गया है कि यदि वे थाने नहीं आ सकते हैं, तो वे मुंबई पुलिस द्वारा बताए गए पते पर मोबाइल को कूरियर या स्पीड पोस्ट के माध्यम से भी भेज सकते हैं।
एसआई प्रवीण कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि जो लोग गुम हुए मोबाइलों में अपने सिम कार्ड का उपयोग कर रहे हैं, मुंबई पुलिस के पास उनका नाम, पिता का नाम और पूरा पता मौजूद है। टीम को दो दर्जन लोगों ने आश्वस्त किया है कि वे मुंबई पुलिस द्वारा दिए गए पते पर मोबाइल भेज देंगे। वहीं, लगभग 20 मोबाइलों की मोबाइल ट्रैकिंग अभी तक नहीं हो पाई है, क्योंकि उनमें सिम कार्ड नहीं है या वे खराब हो चुके हैं। यह कार्रवाई दर्शाता है कि तकनीक के सहारे गुमशुदा वस्तुओं को खोजना अब पहले से कहीं अधिक संभव है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


