दरभंगा से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। यहां एक गर्भवती महिला मधुबनी जिले के खजौली थाना क्षेत्र के राजू पासवान की तीस वर्षीय पत्नी पूनम देवी की मौत पर बवाल हो गया है।
मौत से गुस्साए परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों के साथ बहुत ही अभद्र व्यवहार करने से क्षुब्ध जूनियर डॉक्टरों ने भी परिजनों की पिटाई कर दी। माहौल एकदम रणक्षेत्र में बदलता दिखा। जूनियर डॉक्टरों और परिजनों में मारपीट के बाद माहौल एकदम से गरमा गया। मौके पर पहुंचे एक दैनिक अखबार के पत्रकार के साथ भी फोटो लेने के दौरान जूनियर डॉक्टरों ने बदसलूकी की। उनका कैमरा और मोबाइल भी छीन लिया। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, डीएमसीएच के गायनी विभाग में गुरुवार को इलाज के दौरान गर्भवती मधुबनी जिले के खजौली थाना क्षेत्र के राजू पासवान की पत्नी पूनम देवी की मौत से आक्राशित परिजनों ने जमकर बवाल काटा।
महिला के इलाज में चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते जमकर हंगामा मचाया। परिजनों ने कई जूनियर डॉक्टरों के साथ बदसलूकी की। उन लोगों के आक्रोश को देखते हुए लेबर रूम व ओटी में मौजूद चिकित्सकों को वहां से भागना पड़ा।
घटना की सूचना मिलने पर दर्जनों की संख्या में पहुंचे जूनियर डॉक्टरों ने परिजनों की जमकर धुनाई की। अस्पताल अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो सका। अधीक्षक को आवेदन देकर परिजनों ने गायनी विभाग की नर्स पर बदसलूकी का आरोप लगाया है।
परिजनों के अनुसार, पूनम गर्भवती थी और एकलेप्सिया (चमकी) से पीड़ित थी। पूनम देवी को बेहतर इलाज के लिए मधुबनी से 27 नवम्बर को डीएमसीएच रेफर करते गायनी विभाग के आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
गुरुवार की सुबह अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। दोपहर करीब 12 बजे महिला ने दम तोड़ दिया। महिला की मौत की जानकारी मिलते ही परिजन हंगामे पर उतारू हो गए।
बेंता ओपी की पुलिस ने वहां पहुंचकर उनलोगों को शांत कराया। मामले की जानकारी मिलने पर अधीक्षक डॉ. हरिशंकर मिश्रा ने गायनी विभागाध्यक्ष डॉ. सीमा प्रसाद के अलावा जूनियर डॉक्टरों को अपने कार्यालय में बुलाया। वहां मृतका के दो-तीन परिजन भी मौजूद थे। अधीक्षक मरीज की मौत का जानकारी ले ही रहे थे कि इसी बीच दर्जनों की संख्या में जूनियर डॉक्टर वहां पहुंच गए। उनके पहुंचने की जानकारी मिलते ही अधीक्षक के रोकने के बावजूद परिजन चैम्बर से निकलकर भागने का प्रयास करने लगे।
इसी दौरान अधीक्षक कार्यालय के बरामदे में मौजूद जूनियर डॉक्टरों ने उन लोगों की जमकर पिटाई की। लोगों के बीच-बचाव करने के बाद परिजन किसी तरह जूनियर डॉक्टरों के चंगुल से निकल सके। बाद में एंबुलेंस पर परिजनों को शव के साथ गांव के लिए रवाना कर दिया गया।
अधीक्षक डॉ. हरिशंकर मिश्रा ने बताया कि मरीज को काफी गंभीर हालत में गायनी विभाग में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के प्रयास के बावजूद महिला को बचाया नहीं जा सका। उन्होंने बताया कि परिजनों ने आवेदन देकर नर्स पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया जा रहा है।