दरभंगा समाचार: बिहार के दरभंगा से रिश्तों और मर्यादा को शर्मसार करने वाली एक खबर सामने आई है। एक ओर जहां गुरु का दर्जा भगवान से भी ऊपर माना जाता है, वहीं एक शिक्षक के पुत्र पर ही अपनी ही सहकर्मी शिक्षिका के साथ लगातार 10 महीने तक अश्लील हरकतें करने का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और न्याय की मांग तेज़ हो गई है।
दरभंगा में एक शादीशुदा शिक्षिका ने एक शिक्षक के पुत्र के खिलाफ स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिक्षिका का आरोप है कि शिक्षक के पुत्र ने उन्हें पिछले 10 महीनों से लगातार परेशान किया और उनके साथ अश्लील हरकतें की। यह घटना प्रावि नावाटोल बंघात वार्ड 13 से संबंधित है, जहां पीड़ित शिक्षिका कार्यरत हैं। इस शिकायत के बाद शिक्षा जगत और स्थानीय समुदाय में हड़कंप मच गया है।
लगातार 10 महीने का उत्पीड़न
शिक्षिका ने अपनी शिकायत में विस्तार से बताया है कि यह सिलसिला पिछले लगभग दस महीने से चल रहा था। आरोपी, जो कि एक शिक्षक का पुत्र बताया जा रहा है, लगातार उन्हें परेशान कर रहा था और उनके प्रति आपत्तिजनक व्यवहार कर रहा था। शिक्षिका ने आरोप लगाया है कि इस लंबी अवधि के दौरान उन्हें मानसिक रूप से काफी प्रताड़ित किया गया। बार-बार मौखिक रूप से चेतावनी देने और अपनी हरकतों से बाज आने को कहने के बावजूद भी आरोपी अपनी घिनौनी करतूतों को अंजाम दे रहा था।
न्याय की गुहार
इन लगातार हो रही अश्लील हरकतों से परेशान होकर पीड़ित शिक्षिका ने अंततः पुलिस की शरण ली है। उन्होंने स्थानीय थाने में लिखित आवेदन देकर आरोपी शिक्षक पुत्र के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। शिक्षिका ने अपनी शिकायत में घटना का विस्तृत ब्यौरा दिया है और उम्मीद जताई है कि उन्हें जल्द से जल्द न्याय मिलेगा। इस संवेदनशील मामले के सामने आने के बाद शिक्षा जगत में भी इसकी खूब चर्चा हो रही है और सभी आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस कार्रवाई की दिशा
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शिक्षिका की शिकायत दर्ज कर ली है। हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की कोई आधिकारिक सूचना नहीं है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे पूरे मामले की गहन छानबीन कर रहे हैं और तथ्यों तथा जुटाए गए सबूतों के आधार पर ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने पीड़ित शिक्षिका को निष्पक्ष जांच और न्याय का पूरा आश्वासन दिया है। आरोपी की पहचान और उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाने के बाद ही कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।


