जिस पुलिस प्रशासन पर खुद सवाल उठ रहे हैं, वह पुलिस खुद क्या जांच करेगी! जब बड़े स्तर पर मिलीभगत की बात सामने आ रही है और एसएसपी तक के संज्ञान में मामला था तो भला डीएसपी लेवल के अधिकारी क्या जांच करेंगे! कमिश्नर और आईजी स्तर के अधिकारियों से जांच करवाने की मांग पर हमारा जोर रहेगा : मिथिला स्टूडेंट यूनियन, दरभंगा।
जय बाबा केदार..!
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शनिवार को एमएसयू की ओर से आयोजित आमरण अनशन का आज तीसरा दिन है। उदय नारायण झा, अभिषेक कुमार झा का स्वास्थ्य लगातार गिर रहा है। रितु जायसवाल भी साथ डटी हुई हैं। इधर, अनशन दूसरी तरफ सेनानी शहर में ई-रिक्शा के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
दरभंगा में घटित नृशंस और अमानवीय तिहरा हत्याकांड (Darbhanga triple murder case) के विरुद्ध आमरण अनशन पर बैठे और उनके समर्थन में लगातार हल्ला बोल रहे एमएसयू सेनानियों ने अपनी बातें रखी।
1 . संलिप्त वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी समेत सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो
2. पीड़ित परिवार को सरकार जिम्मेदारी लेते हुए 25 लाख रुपया मुआवजा दें
3. घटना के दोषी को स्पीडी ट्रायल के तहत शीघ्र फाँसी की सजा हो।

इन मांगों पर स्थानीय प्रशासन सजग नहीं है। चीर निंद्रा में सोई हुई है। पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिले और परिवार में एकमात्र जीवित बची निक्की को सरकारी नौकरी दी जाए।
मांग यही है अभी तक कोई ठोस आश्वासन नही मिला है। डॉक्टरों की टीम ने हालात को नाजुक बताते हुए DMCH रेफर कर इलाज करवाने की नसीहत दी लेकिन सेनानी अनशनकारी ने आमरण स्थल से उठने से मना कर दिया। इस अनशन में सैकड़ों लोगों ने आज भी सहभागिता दिया और न्याय की लड़ाई सतत चल रही है।
जीएम रोड हत्या कांड मामले में एमएसयू का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी है
कहा, न्याय तक जारी रखेंगे। 19 फ़रवरी शनिवार को मिथिला स्टूडेंट यूनियन की ओर से पिंकी झा के परिवार के लिए गुरुवार से शुरू किया गया आंदोलन आज तीसरे दिन भी जारी रहा।
बीते कुछ दिनों से दरभंगा शहर में जीएम रोड पर हुए अमानवीय घटना को लेकर शहर के लोगों में काफी गुस्सा हैं इधर मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने भी अपना आंदोलन तेज कर दिया हैं रोजाना हजारों लोग धारणास्थल पर पहुंच आंदोलन का समर्थन दे रहे हैं।
आमरण भूख हड़ताल पर मिथिला स्टूडेंट यूनियन के पूर्व दरभंगा जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार झा संगठन के उदय नारायण झा व समाजसेवी ऋतू जायसवाल बैठे हुए हैं। इनकी हालत लगातार नाजुक होती जा रही है।

आंदोलनकारी उदय नारायण झा की हालत
लगातार ख़राब होती जा रही है। प्रशासनिक व्यस्था आंदोलन समाप्त करने के लिए तमाम तरह की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मांग पूरा होने दिशा में कोई भी काम नहीं कर रहे है। परिवार न्याय की आस लगाकर बैठा हैं लेकिन न्याय कैसे मिलेगा जुल्म करने वाले जब खाकी वर्दी ही हो तो न्याय कैसे मिलेगा।
न्याय के लिए मजबूती से लड़ना होगा। यह लड़ाई सफ़ेद कुर्ता में बैठे बड़े बड़े माफिआओं से हैं जो लोगों को जिंदा जला देते हैं शहर के बीचो बीचो घर में बुलडोजर चलाया जाता है। यह आंदोलन इसी को खत्म करने के लिए है।
दरभंगा से भूमाफिया गुंडा मवाली के अंदर खौफ दिखाने के लिए हैं पीड़ित परिवार को न्याय मिले इसके लिए हैं जब तक मांग पूरा नहीं होगा आंदोलन जारी रखेंगे इसके लिए शहर माइकिंग कर आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
आंदोलन के समर्थन में एमएसयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य मोहन, संस्थापक सदस्य अनूप मैथिल, गोपाल चौधरी, पूर्व मेयर मिट्ठू खेड़िया, विद्याभूषण राय, अमन सक्सेना, दिवाकर मिश्रा, वीरेंद्र कुमार, नीरज भारद्वाज, अनुपम झा, अविनाश सहनी,अनीश चौधरी, कन्हैया कुमार, मनीष झा, राहुल कुमार, संत कुमार, गुड्डू कुमार, किशन कुमार समेत कई लोग धारणा के समर्थन में बैठे हुए हैं।
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