दरभंगा से बड़ी खबर है जहां, हायाघाट थानाक्षेत्र अन्तर्गत ऊंचौली गांव में शुक्रवार की दोपहर लगी आग में एक बच्चा की जलकर दर्दनाक मौत हो गई।
वहीं इस अग्निकांड में चार लोगों का घर एवं उसमें रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया है।
ग्रामीणों की सूचना पर अग्निशमन की पांच गाड़ियों ने कड़े मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग ने देखते हीं देखते रमेश साह, नागेंद्र साह, मुकेश साह सहित चार लोगों के घर को खाक कर डाला।
आग की भीषणता देख लोग हतप्रभ रह गये। वहीं, अग्निदेव ने सभी घरों में अरमान से रखे सारे सामानों को खाक कर डाला।
इस घटना की सबसे दुखद पहलू यह रही कि रमेश साह के 3 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार की हृदयविदारक मौत जलने से हो गई तथा लोग मूकदर्शक बने देखते रह गये।
इसकी कसक सालों तक सालती रहेगी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दिलखुश के मां-बाप घर पर नहीं थे। दिलखुश के अन्य दो भाई को आग लगने के बाद पड़ोसियों ने घर से निकाल लिया था।
दिलखुश घर के अंदर ही रह गया जिसपर किसी की नजर भी नहीं पड़ी। जब मां-बाप खेत की तरफ से आए तो अपने तीनों बच्चों को खोजा।
मंझला बच्चा नहीं मिलने पर कोहराम मच गया। जब फायर ब्रिगेड की टीम आग पर काबू पा रही थी तो दिलखुश की लाश बुरी तरह जली हुई मिली।
अंचल अधिकारी कैलाश चौधरी, मुखिया, हायाघाट थाना प्रभारी आदि ने मौके पर ही पंचनामा बनाकर बिना पोस्टमार्टम कराये हीं शव परिजनों को सौंप दिया।
अंचल प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए दिलखुश की मां रानी कुमारी को आपदा राहत मद से चार लाख का चेक सौंप दिया है।
जानकारी के अनुसार, करीब एक माह पूर्व नेयाम छतौना पंचायत के छतौना में हुए अग्निकांड में करीब दो सौ लोगों के घर खाक हो गये थे।