सतीश चंद्र झा, बेनीपुर, दरभंगा | प्रखंड क्षेत्र के पोहद्दी ग्रामवासी की दशकों पुरानी मांग आखिरकार पूरी हो गई है।जीवछ नदी पर पुल निर्माण की सरकार द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद पंचायत में खुशी की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री डॉ. अशोक चौधरी और स्थानीय विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी के प्रति आभार जताया और उन्हें साधुवाद दिया।
दशकों से लंबित थी मांग
गांव के नंदी पीपल के समीप जीवछ नदी पर पुल निर्माण की मांग ग्रामीण दशकों से कर रहे थे।हर साल बरसात और बाढ़ के समय इस सड़क का आवागमन पूरी तरह ठप हो जाता था।
ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और विभागीय पदाधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सका।
बरसात में होती थी बड़ी समस्या
बरसात के दिनों में गांव का संपर्क टूट जाना आम बात थी।
हजारों एकड़ में लगी फसल प्रभावित होती थी।
आम लोगों के स्कूल, अस्पताल और बाजार तक पहुंचना मुश्किल हो जाता था।
पिछले वर्षों में पंचायत के बीच से दो छोटी पुलिया बनाई गईं, लेकिन वे भी केवल अस्थायी राहत दे पाती थीं।
स्थानीय विधायक की पहल से मिली मंजूरी
हाल ही में, ग्रामीणों की मांग पर स्थानीय विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी ने ग्रामीण कार्य विभाग में प्रस्ताव रखा।
इसके परिणामस्वरूप, नाबार्ड समर्थित मद से एक करोड़ 42 लाख रुपये की लागत से 20 मीटर लंबा पुल निर्माण की स्वीकृति दी गई।
यह पुल स्थायी समाधान साबित होगा और गांव का संपर्क पूरे साल बना रहेगा।
ग्रामीणों ने जताया आभार
पुल निर्माण की स्वीकृति की खबर मिलते ही गांव में खुशी का माहौल बन गया। गांव के पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने नेताओं को धन्यवाद दिया।
आभार व्यक्त करने वालों में शामिल हैं:
राज्य मनी देवी (मुखिया)
प्रेम कुमार झा (पंचायत समिति सदस्य)
ध्रुव स्वामी (मुखिया प्रतिनिधि)
रामविलास साहनी
पवन सदा
शत्रुघ्न सदा
मोती सदा
वकील मुखिया
नंदकुमार मुखिया
सतनारायण मुखिया
अमरनाथ झा
सभी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री डॉ. अशोक चौधरी और स्थानीय विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी को साधुवाद दिया।
आर्थिक और सामाजिक लाभ
इस पुल निर्माण से:
गांव का सालभर संपर्क बना रहेगा।
कृषि उपज आसानी से बाजार तक पहुंच सकेगी।
स्कूल और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने में दिक्कत नहीं होगी।
आपातकालीन स्थितियों (जैसे बाढ़, बीमार मरीज) में तेजी से आवागमन संभव होगा।