गौराबौराम। गौरा-बौराम विधानसभा सीट पर हुए बेहद रोमांचक और कड़े मुकाबले में एनडीए समर्थित उम्मीदवार तथा पूर्व इनकम टैक्स कमिश्नर सुजीत कुमार सिंह ने महागठबंधन के प्रत्याशी अफजल अली खान को 5,669 वोटों से हराकर महत्वपूर्ण जीत दर्ज की है।
सुजीत कुमार सिंह को 77,682 वोट, जबकि अफजल अली खान को 72,013 वोट मिले। दिनभर उतार–चढ़ाव भरी काउंटिंग चलती रही और अंतिम राउंड तक रोमांच बना रहा।
जातिगत समीकरण: वोटों के बिखराव ने बदला परिणाम
इस चुनाव में जनसुराज पार्टी के डॉ. इफ्तिखार आलम, एआईएमआईएम के अख्तर शहंशाह और निर्दलीय श्याम सुंदर चौधरी को मिले जातिगत वोटों ने महागठबंधन के पारंपरिक वोट बैंक को काफी हद तक बिखेर दिया। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इन उम्मीदवारों के प्रदर्शन का सीधा लाभ सुजीत कुमार सिंह को मिला।
अन्य उम्मीदवारों को मिले वोट
• निर्दलीय श्याम सुंदर चौधरी – 6,549
• एआईएमआईएम के अख्तर शहंशाह – 3,243
• जनसुराज पार्टी के डॉ. इफ्तिखार आलम – 2,506
• निर्दलीय बच्चे लाल झा – 716
• निर्दलीय पंकज साहू – 437
• निर्दलीय नंदकिशोर शर्मा – 350
• वीआईपी पार्टी के संतोष सहनी – 393
(चुनाव से पूर्व सहनी ने राजद को समर्थन दिया था)
• मिथिलांचल मुक्ति मोर्चा के सरोज चौधरी – 279
• निर्दलीय कृष्ण कुमार – 209
• सोनी देवी – 183
निर्णायक रहा महिलाओं, ब्राह्मण और मल्लाह समुदाय का एकजुट समर्थन
चुनाव परिणामों के बाद राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सुजीत कुमार सिंह की जीत में तीन वर्गों का रुझान बेहद निर्णायक रहा—
• महिलाओं का भारी समर्थन
• ब्राह्मण समुदाय का एकजुट वोट
• मल्लाह समाज की निर्णायक भूमिका
इन तीनों वर्गों ने सामूहिक रूप से एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में रुझान दिखाया, जिसने अंतिम परिणाम को स्पष्ट रूप से प्रभावित किया।
सुजीत कुमार सिंह का संकल्प: “विकास की नई दिशा देंगे”
जीत के बाद सुजीत कुमार सिंह ने गौरा-बौराम की देवतुल्य जनता का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि वे क्षेत्र में—
• विकास,
• सुशासन,
• और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार
को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।
स्थानीय जनता को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में गौरा-बौराम में विकास की नई दिशा तय होगी।






