प्रभास रंजन। दरभंगा | कागवा गुमटी के पास देर रात नशे की हालत में एक युवक ने अपने दिव्यांग पिता पर चाकू से हमला कर दिया। घायल पिता की हालत गंभीर बनी हुई है और उनका इलाज दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है।
क्या है पूरा मामला?
घटना मोगलपुरा गांव के रहने वाले रामबाबू बाड़ी के साथ हुई, जो पिछले 5 सालों से बेला मोड़ स्थित रैन बसेरा में रहते हैं और कागवा गुमटी के पास चाय की दुकान चलाते हैं।
- हमलावर बेटा: गोलू कुमार
- हमले का कारण: पैसे की मांग
- पीड़ित: रामबाबू बाड़ी (दिव्यांग)
- इलाज: DMCH इमरजेंसी वार्ड
स्थानीय निवासी मोहम्मद अब्दुल्ला ने बताया कि आरोपी बेटा नशे की हालत में अपने पिता से ₹20,000 छीनने की कोशिश कर रहा था। जब पिता ने विरोध किया तो उसने चाकू से हमला कर दिया।
इलाज के बाद होगी पुलिस शिकायत
घायल रामबाबू बाड़ी के बेटे श्रवण कुमार ने बताया कि उसका भाई गोलू कुमार गाड़ी की EMI भरने के लिए पैसे छीनना चाहता था। रात 10 बजे जब पिता सोए हुए थे, तभी गोलू ने उन पर हमला कर दिया।
- परिजनों ने घायल वृद्ध को DMCH में भर्ती कराया।
- रामबाबू बाड़ी का कहना है कि इलाज के बाद वे पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे।
पीड़ित का दर्द: नशे की लत से परेशान हैं
रामबाबू बाड़ी ने बताया कि उनके तीन बेटे और एक बेटी हैं। पैतृक गांव मोगलपुरा में सिर्फ 10 धूर जमीन है, जिसके कारण वे रैन बसेरा में रहने को मजबूर हैं।
- पहले वे रिक्शा चलाते थे, लेकिन पैरालाइसिस अटैक के बाद दिव्यांग हो गए।
- जीवन-यापन के लिए कागवा गुमटी के पास चाय दुकान चलाने लगे।
- शराबबंदी के बाद बेटा गोलू अन्य नशों का आदी हो गया और आए दिन पैसों की मांग करता रहता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बिहार में शराबबंदी के बावजूद युवा नशे की गिरफ्त में हैं, जिससे घरेलू हिंसा और अपराध बढ़ रहा है।