सतीश चंद्र झा, बेनीपुर। Darbhanga News| नरेश ठाकुर की आंख में ग्लूकोमा है कि नहीं…कौन बताएगा सही-सही, सीएस साहेब…जिला मुख्यालय अवस्थित लहान आई केयर सेंटर सही हैं या शंकर नेत्रालय कोलकाता के ग्लूकोमा विशेषज्ञ डॉ.मांडवी सेन गुप्ता। सवाल पैदा हो गया है। जहां, अपने चिकित्सा एवं चिकित्सा व्यवस्था को लेकर संदेह के घेरे में आ गए हैं। ऐसे में, सिविल सर्जन इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराएं, ताकि यह स्पष्ट हो सके, बीमारी की पड़ताल कहां सही हुईं। जहां…
Darbhanga News| स्पष्ट और उच्चस्तरीय जांच की जरूरत
बहेड़ा थाना (Darbhanga’s Naresh Thakur should have high level investigation to see if he has glaucoma in his eyes or not) क्षेत्र के मझौड़ा निवासी नरेश ठाकुर ने सिविल सर्जन को आवेदन देकर उनकी चिकित्सीय प्रमाण पत्र एवं उनके परिसर में चल रहे विभिन्न जांच उपकरणों एवं जांच कर्ता की प्रमाण पत्र का जांच करने की मांग की है। देशज टाइम्स भी यही चाहता है, स्पष्ट हो, आखिर आंख की कीमती अंग का सवाल है। सवाल डॉक्टरी विश्वास का है। यह स्पष्ट होनी चाहिए।
Darbhanga News| ग्लूकोमा था या नहीं, दवा की जरूरत थी या नहीं
दिए आवेदन में उन्होंने कहा कि विगत 20 मई को वे दरभंगा स्थित लहान आई केयर सेंटर में अपनी आंख का सामान्य जांच कराई। इस दौरान उसी परिसर में अवस्थित विभिन्न जांच केंद्रों में जांच कराई गई। इसके नाम पर 10500 रुपये लिया गया। उक्त जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्हें आंख में ग्लूकोमा होने की बात बताते हुए चार प्रकार की दवा लिखकर जीवनभर खाने की सलाह दी।
Darbhanga News| ऐसा दो डॉक्टरों से दिखलाने पर होता है, कभी-कभी जांच रिपोर्ट भी अलग-अलग आती है, लेकिन सवाल उठता है
आंख में ग्लूकोमा होने की चिकित्सक की ओर से दी गई जानकारी से घबराये मरीज ठाकुर ने इसकी बेहतर इलाज के लिए शंकर नेत्रालय कोलकाता चले गए। जहां 11 जुलाई को शंकर नेत्रालय कोलकाता के ग्लूकोमा विशेषज्ञ डॉ.मांडवी सेन गुप्ता से पुनः अपनी आंख की जांच कराई।
डॉ. मंडावी ने पहले से दी जा रही ग्लूकोमा से संबंधित दवा को बंद करते हुए उनकी रिपोर्ट को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उन्हें गुलकोमा नहीं है। और, डॉ. मंडावी ने कहा कि बगैर ग्लूकोमा के ही ग्लूकोमा रोग की दवा खाने से आप के आंख को भारी क्षति हो सकती थी।
Darbhanga News| सीएस डॉ. अरुण कुमार ने कहा
पीड़ित ठाकुर ने सीएस से उक्त मामले की उच्च स्तरीय जांच टीम गठित कर उचित कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। इस संबंध में स्थानीय चिकित्सक से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन वे फोन नहीं उठाए। वहीं, सीएस डॉ.अरुण कुमार ने कहा कि अभी तक आवेदन मेरे पास नहीं आया है। आवेदन मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। (खबर आवेदन के आधार पर बनी है। देशज टाइम्स का इससे कोई संबंध नहीं है)