दरभंगा, देशज टाइम्स – दरभंगा की बेटी प्रियंका रिवेन्यू अफसर बन गईं हैं। आज के इस बदलते युग में जब कोई बेटी अपने मेहनत और संघर्ष से सफलता का परचम लहराती है, तो ना केवल उसका परिवार, बल्कि पूरा गांव, पंचायत और जिला भी गर्व से गौरवान्वित होता है।
शीशो पश्चिम केतुका ग्राम की प्रियंका कुमारी…गर्व है हमें
ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है दरभंगा जिले के शीशो पश्चिम केतुका ग्राम की प्रियंका कुमारी की, जो अब बिहार सरकार में रिवेन्यू अफसर (RO) के पद पर नियुक्त हुई हैं।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का सपना हुआ साकार
प्रियंका कुमारी, पप्पू लाल कर्ण की पुत्री हैं और उन्होंने यह साबित कर दिखाया है कि बेटियां किसी से कम नहीं। उनकी इस उपलब्धि ने ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ जैसे नारे को हकीकत में बदल दिया है। प्रियंका ने हाल ही में बेतिया सदर में ट्रेनिंग पूरी की और नियुक्ति पत्र (Joining Letter) प्राप्त कर लिया है।
पूर्व मुखिया शमसे आलम खां के लिए सम्मान और मिठास से भरा हुआ पल
प्रियंका जब नियुक्ति पत्र लेकर लौटीं, तो वे सबसे पहले शीशो पश्चिमी पंचायत के पूर्व मुखिया शमसे आलम खां से मिलने पहुंचीं। वे मिठाई और मुस्कान लेकर आईं, और कहा – “ये खुशी की मिठाई है, आशीर्वाद लीजिए।” इस दृश्य को जिस किसी भी ग्रामीणों ने देखा वह भावनात्मक था बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गौरव का क्षण भी।
पंचायत में हुआ सम्मान, पाग-चादर से किया गया अभिनंदन
पूर्व मुखिया शमसे आलम खां ने देशज टाइम्स को बताया कि उन्होंने प्रियंका को पाग और चादर से सम्मानित किया। यह सम्मान उस बेटी के लिए था, जिसने अपने गांव और जिले का नाम रोशन किया है।
हर क्षेत्र में बेटियां बना रही हैं मिसाल
प्रियंका की यह सफलता दर्शाती है कि संघर्ष और लगन से कोई भी ऊंचा मुकाम पाया जा सकता है। गांव की बेटियां भी बड़े-बड़े पदों तक पहुंच सकती हैं। समाज में सकारात्मक प्रेरणा का स्रोत बन सकती हैं।