प्रभाष रंजन, दरभंगा। नगर निगम वार्ड 48 की पूर्व पार्षद रीता सिंह पर जानलेवा हमले के मामले में लहेरियासराय थाना की पुलिस ने आरोपी नाबालिग युवक को दरभंगा रेलवे स्टेशन से घटना के 5 दिन बाद बृहस्पतिवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया।
बाल सुधार गृह भेजा जाएगा आरोपी
पुलिस द्वारा पूछताछ के बाद न्यायालय के आदेश पर आरोपी को बाल सुधार गृह भेजा जा रहा है। जांच में सामने आया है कि नाबालिग युवक ने आईफोन खरीदने के लिए अपनी मां के बैंक खाते से 1 लाख रुपये अपने दोस्तों के खाते में स्थानांतरित कर दिए थे।
चोरी और फरारी की शुरुआत
मामला तब उजागर हुआ जब युवक की मां 16 अक्टूबर को बैंक खाते से पैसे निकालने गईं और उन्हें पता चला कि खाते में पैसा नहीं था। तहकीकात करने पर यह पता चला कि बेटे ने अपने दोस्तों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए थे। डांटने के बाद युवक ने 30 हजार रुपये वापस कर दिए, लेकिन इसके बाद वह घर से स्कूल गया और फिर स्कूल बैग छोड़कर फरार हो गया।
पूर्व पार्षद के घर चोरी का प्रयास
एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी के अनुसार, नाबालिग युवक शहर में इधर-उधर घूमता रहा और भूख के चलते पंडासराय स्थित सड़क किनारे से एक साइकिल चुराई। 20 अक्टूबर को वह पूर्व पार्षद रीता सिंह के घर चोरी की नीयत से घुसा। जब महिला की नींद खुली और उन्होंने शोर मचाया, तो युवक ने चाकू से उन पर चार वार किए, जिससे वह घायल हो गईं।
गिरफ्तारी और घटनास्थल से भागने की कहानी
हमले के बाद युवक को पकड़ने की कोशिश की गई, लेकिन वह भाग निकला। वह रेलवे स्टेशन पहुंचा और दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर होते हुए सहरसा तक भागता रहा। इस दौरान उसने साइकिल चोरी कर उसे बेचकर अपना गुजारा किया।
हमले का हथियार बरामद
एसएसपी ने जानकारी दी कि पुलिस ने हमले में इस्तेमाल किया गया चाकू बरामद कर लिया है। मामले की जांच और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए डीआईयू और लहेरियासराय थाना के पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। लहेरियासराय थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि पूर्व पार्षद ने चाकू की पहचान कर ली है और यह उनके घर का ही है।
दरभंगा की ऑयरन लेडी रीता सिंह खतरे से बाहर
बता दें, 20 अक्टूबर 2024 को दोपहर के समय चोरी के इरादे से घर में घुसे नाबालिग युवक ने रीता सिंह पर चाकू से हमला किया था। उन्हें तुरंत डीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां अब उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।