

केवटी। प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र के कमला मरने नदी के अशरफपुर दानी के पश्चिमी एवं दक्षिणी किनारे पर बने मेर में मंगलवार अपराह्न करीब 4-5 बजे लगभग 25 फीट से अधिक टूट गया।
टूटने के 50 घंटे बीत जाने के बाद भी मरम्मत पूरी तरह नहीं हो पाई है। सूचना मिलते हीं सीओ भास्कर कुमार मंडल ने现场 का मुआयना किया और जल संसाधन विभाग को अवगत कराया।
विभाग ने मरम्मत कार्य तुरंत शुरू किया, लेकिन तेज बहाव के कारण बीच के हिस्से की मरम्मत में समय लग रहा है। सीओ ने बताया कि मरम्मत कार्य दिन-रात लगातार जारी है और मजदूरों की संख्या बढ़ा दी गई है।
प्रभावित क्षेत्रों और फसलों की स्थिति
कमला नदी टूटे मेर से निकलता पानी: शेखपुर दानी, अशरफपुर, सढवारा, पोस्तापुर, मझिगामा गांव के धान के खेतों में फैल रहा है।
धौंस वाहा पानी प्रभावित क्षेत्र: असराहा, जेठियाही, डीहटोला, खिरमा, वेवारा, धोबीगामा में धान की फसल डूबने के कगार पर।
सगुना नदी का जलस्तर वृद्धि प्रभावित क्षेत्र: वनसारा, कमलदह, भरतपुर, कोपगढ़, मलियाटोला। किसानों ने बताया कि फसल एक सप्ताह से पानी में डूबी हुई है और धान सड़ने के कगार पर है।
किसानों ने बताया —
एक बीघा में बड़ी पूंजी लगाकर की गई फसल डूबने से भारी नुकसान की स्थिति है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जलस्तर में कमी नहीं आई, तो धान की फसल बर्बाद हो सकती है।
पूर्ण तत्परता से जुटे हुए हैं जल संसाधन विभाग के अधिकारी और मजदूर
सीओ ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। जल संसाधन विभाग के अधिकारी और मजदूर मरम्मत कार्य में पूर्ण तत्परता से जुटे हुए हैं। पश्चिमी क्षेत्र की बागमती अधवारा नदी का जलस्तर फिलहाल यथावत बना हुआ है।








