Prabhash Ranjan, दरभंगा। डीएमसीएच के इमरजेंसी चौक पर ऑटो खड़ा करने से हुई ट्रैफिक जाम की समस्या ने पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच तनाव का रूप ले लिया। घटना सोमवार की शाम की है, जब सदरे आलम, जो ऑटो में बैठे थे, ने पुलिस के निर्देश को नजरअंदाज कर दिया।
क्या हुआ घटनास्थल पर?
- सड़क जाम की शुरुआत:
- इमरजेंसी चौक पर एक ऑटो खड़ा होने के कारण ट्रैफिक बाधित हो गया।
- गश्ती पर तैनात बेंता थाना की पुलिस ने ऑटो हटाने को कहा।
- अनसुना किया आदेश:
- ऑटो में बैठे सदरे आलम ने पुलिस के कहने पर भी ऑटो हटाने से इनकार कर दिया।
- पुलिसकर्मियों के बार-बार कहने पर बात बढ़ गई।
- पुलिस की कार्रवाई:
- पुलिस ने सड़क खाली कराने के प्रयास में सदरे आलम पर डंडा चला दिया।
मोहल्ले के लोग पहुंचे मौके पर
घटना की जानकारी मिलते ही रहमगंज मोहल्ले के लगभग 30-40 लोग घटनास्थल पर जमा हो गए।
- पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया।
- मोहल्ले वालों ने पुलिस पर ज्यादती का आरोप लगाया।
पुलिस ने मामला किया शांत
- थानाध्यक्ष हरेंद्र कुमार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला।
- सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने कहा कि विवाद सड़क जाम और ऑटो हटाने को लेकर शुरू हुआ था।
- सदरे आलम, जो रहमगंज के निवासी हैं, ने पुलिस से बहस की थी।
पृष्ठभूमि
- सदरे आलम का डीएमसीएच के पास एक एंबुलेंस और ऑटो रहता है।
- घटना के समय वह अपने ऑटो में बैठे हुए थे।
प्रशासन का रुख
- एसडीपीओ अमित कुमार ने स्पष्ट किया कि मामला अब शांत है।
- स्थानीय लोगों से अपील की गई कि सड़क पर वाहन खड़ा करने से बचें।
स्थानीय लोगों की चिंता
- मोहल्ले के लोगों का कहना है कि पुलिस को संयम रखना चाहिए था।
- सड़क पर ट्रैफिक नियमों को लागू करने के दौरान सकारात्मक संवाद पर जोर दिया गया।
आगे का कदम
- प्रशासन ने इस मामले में ऑटो चालकों को निर्देशित किया कि वे डीएमसीएच के पास सड़क पर वाहन खड़ा न करें।
- विवाद की पुनरावृत्ति रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन जागरूकता अभियान चलाएगा।
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