बिरौल, देशज टाइम्स। बिरौल से बड़ी खबर है जहां पोखराम गांव के मरने कमला नदी में बनी डायवर्सन बारिश की पानी में डूब गया है।
इससे अनुमंडल मुख्यालय से लोगों का संपर्क टूट गया है। परेशानियों के बीच करीब पचास हजार की आबादी मुसीबत के बीच किसी तरह निर्मित पुल होकर स्थानीय ग्रामीण पैदल आवागमन कर रहे हैं। वहीं वाहनों के आवागमन पूरी तरह बाधित हैं।
मामला, सिसौनी-शंकर लोहार निर्माणाधीन सड़क पोखराम गांव का है, जहां मरने कमला नदी में पुल निर्माण को लेकर बनाए गए डायवर्सन बारिश की पानी में डूब जाने से हजारों लोग अथाह जिंदगी में फंस गए हैं।
एसडीओ उमेश कुमार भारती ने कहा है, मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। निर्माण एजेंसी एवं पथ निर्माण विभाग बेनीपुर के कार्यपालक अभियंता से आवागमन बहाल करने को कहा गया है। तय है, एसडीओ श्री भारती की कार्यशैली से स्थानीय लोग इतने प्रभावित हैं कि उन्हें लग रहा है कि उनकी समस्याओं का समाधान करने वाला मिल गया है।
जानकारी के अनुसार, इसमें दो बड़ी पुल एवं पंद्रह छोटी पुलिया हैं। इसमें एक बड़ी पुल पोखराम गांव के बीच होकर गयी मरने कमला नदी में पुल का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। लेकिन, संवेदक की ओर से इन पुल का परिचालन शुरू नहीं किया गया है।
नदी में बनी डायवर्सन होकर दो पहिया, तीन पहियों वाहनों का परिचालन हो रहा था। लेकिन इस बीच पांच दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से कमला नदी में पानी वृद्धि होने से डायवर्सन डूब गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि उनका अनुमंडल मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। वहीं, किसी तरह निर्मित पुल होकर स्थानीय ग्रामीण पैदल आवागमन कर रहे हैं।