एक दिव्यांग युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में तालाब से बरामद किया गया है। जहां परिवार इसे हत्या करार दे रहा है, वहीं पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है। क्या यह महज़ एक हादसा है या फिर रची गई कोई खौफनाक साजिश?
घटना शुक्रवार देर शाम की है जब बिरौल थाना क्षेत्र के गोसाई पोखर में सुपौल अफजला टोल निवासी 35 वर्षीय शिकन्दर सहनी का शव मिला। ग्रामीणों की मदद से शव को पोखर से बाहर निकाला गया। सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया।
पोस्टमॉर्टम के बाद शव घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक की मां सीता देवी शव से लिपटकर रोते हुए बार-बार कह रही थीं कि “हमारे बेटे को मारकर पोखर में फेंक दिया गया है।” वे लगातार बेहोश हो रही थीं। मृतक की भाभी ममता देवी का भी रो-रोकर बुरा हाल था, जिसे देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं।
क्या था पूरा मामला?
शिकन्दर सहनी एक दिव्यांग व्यक्ति थे, जो सुपौल बाजार और आस-पास के गांवों में जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता प्रदान करने का काम करते थे। वे लेन-देन का काम करते थे। उनके भाई सुरेंद्र सहनी ने बताया कि शिकन्दर का शव उनकी ट्राई-साइकिल के साथ ही पोखर में पड़ा मिला। उन्होंने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि उनके भाई की हत्या करके शव को पोखर में फेंका गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि मृतक का मोबाइल फोन पोखर के घाट पर सुरक्षित स्थिति में मिला। सुरेंद्र ने दावा किया, “यह पूरी तरह से मेरे भाई की हत्या का मामला है।”
परिजनों का हत्या का आरोप
मृतक के बड़े भाई शम्भू सहनी ने डीएमसीएच में पुलिस को दिए अपने फर्द बयान में कहा है कि अज्ञात व्यक्तियों ने शिकन्दर को पोखर पर बुलाया और उनकी हत्या कर शव को पोखर में फेंक दिया। परिजनों ने यह भी बताया कि शिकन्दर, जो कि दिव्यांग थे, एक अच्छे तैराक भी थे। ऐसे में उनके डूबने की बात उन्हें गले नहीं उतर रही। जब शव को पोखर से बाहर निकाला गया, तो उनके नाक और कान से काफी खून बह रहा था, जो हत्या की आशंका को और गहराता है।
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल, यह मामला हत्या का है या महज़ एक दुर्घटना, इसका खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे मौत के वास्तविक कारण का पता चल सके। इस घटना से पूरे परिवार में मातम छा गया है। शिकन्दर चार भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। परिजनों को सांत्वना देने के लिए आस-पास के लोग भी एकत्रित हुए हैं और उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं।







