दरभंगा न्यूज: बिहार के सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों में से एक, दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) का परिसर जल्द ही एक नया अध्याय लिखने जा रहा है। बदहाली और जर्जरता की कहानियाँ अब पुरानी होंगी क्योंकि दशकों से चली आ रही सड़कों और नालों की समस्या का स्थायी समाधान होने वाला है। तो आखिर कब और कैसे बदलेगी इस महत्वपूर्ण परिसर की तस्वीर?
डीएमसीएच परिसर में सड़कों की हालत लंबे समय से चिंता का विषय बनी हुई थी। जगह-जगह गहरे गड्ढे और टूटी हुई सड़कें न सिर्फ आवागमन को अत्यधिक मुश्किल बनाती थीं, बल्कि बरसात के मौसम में गंभीर जलजमाव की समस्या भी पैदा करती थीं। इसके साथ ही, नालियों की बदहाली के कारण गंदगी और जलभराव का मुद्दा भी लगातार बना रहता था, जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों, उनके परिजनों और कर्मचारियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता था। स्वच्छता और सुरक्षित आवागमन की कमी एक बड़े स्वास्थ्य संस्थान के लिए चुनौती बन गई थी।
अब होगी समस्या दूर
अब इस बहुप्रतीक्षित समस्या के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जानकारी के अनुसार, दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर की सड़कों और नालों की मरम्मत और नवीनीकरण का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। यह पहल अस्पताल प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन की ओर से मरीजों और आम जनता को बेहतर बुनियादी ढाँचा और सुविधाएँ प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
क्या है पूरी प्रक्रिया?
इस महत्वपूर्ण निर्माण कार्य को अंजाम देने से पहले एक व्यवस्थित और पारदर्शी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। सबसे पहले, इस पूरी परियोजना के लिए आवश्यक प्रशासनिक अनुमोदन प्राप्त किया जाएगा। विभिन्न सरकारी विभागों और अधिकारियों से स्वीकृति मिलने के बाद, निर्माण कार्य के लिए विधिवत निविदा (टेंडर) की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस प्रक्रिया के तहत, विभिन्न योग्य निर्माण एजेंसियों से परियोजना के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगे। इन प्रस्तावों का गहन मूल्यांकन करने के बाद, सबसे उपयुक्त और सक्षम एजेंसी का चयन किया जाएगा, जिसे निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही जमीनी स्तर पर काम शुरू हो पाएगा।
परिसर को मिलेगा नया रूप
एक बार निर्माण कार्य शुरू हो जाने के बाद, डीएमसीएच परिसर की तस्वीर पूरी तरह से बदल जाएगी। नई और दुरुस्त सड़कें जहां मरीजों, उनके परिजनों और अस्पताल कर्मचारियों के लिए आवागमन को सुगम और सुरक्षित बनाएंगी, वहीं आधुनिक और सुव्यवस्थित नालियां जल निकासी की समस्या को स्थायी रूप से समाप्त करेंगी। इससे न केवल गंदगी और जलभराव की दशकों पुरानी समस्या का अंत होगा, बल्कि अस्पताल परिसर में स्वच्छता का स्तर भी उल्लेखनीय रूप से सुधरेगा। यह किसी भी स्वास्थ्य सेवा संस्थान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि स्वच्छ वातावरण संक्रमण के जोखिम को कम करता है और मरीजों की रिकवरी में सहायक होता है।
दूरगामी प्रभाव
इस विकास परियोजना से अस्पताल की समग्र कार्यप्रणाली पर दूरगामी सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। बेहतर बुनियादी ढांचा मरीजों को गुणवत्तापूर्ण उपचार प्राप्त करने में मदद करेगा, क्योंकि एम्बुलेंस और अन्य वाहन आसानी से पहुंच सकेंगे। साथ ही, डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के लिए भी एक अधिक अनुकूल और कुशल कार्य वातावरण प्रदान होगा। यह विकास डीएमसीएच को आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस एक अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा, जिससे न केवल दरभंगा बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लोगों को भी सीधा लाभ मिलेगा।







