जाले, देशज टाइम्स ब्यूरो। एंबुलेंस चालकों की हड़ताल के कारण रेफरल अस्पताल जाले से रेफर किए गए गंभीर रोगियों को जिला अस्पताल डीएमसीएच ले जाने में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
सभी एंबुलेंस चालक रेफरल अस्पताल के प्रांगण में गाड़ी खड़ी कर गुरुवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
रेफरल अस्पताल में प्रसव को आई रवीना खातून की गंभीर स्थिति को देख चिकित्सक ने उन्हें डीएमसीएच रेफर कर दिया। इसी तरह पौनी से आयी सरस्वती देवी को भी रेफर किया गया।
सड़क दुर्घटना में घायल अनिल सहनी को डीएमसीएच रेफर किया गया,लेकिन एंबुलेंस 102 सेवा नहीं रहने के कारण मरीजों को त्वरित वाहन सुविधा नहीं मिली। वहीं, मुंह मांगी किराया देकर निजी गाड़ी से डीएमसीएच जाना मजबूरी रही।
एंबुलेंस हड़ताल से उत्पन्न हुए परिस्थिति का लाभ लेने को जाले में कुकुरमुत्ता की तरह खुले प्राइवेट नर्सिंग होम के दलालों की ओर से रेफरल अस्पताल के आसपास गिद्ध की तरह मडराते देखा जा रहा है। इससे अस्पताल आए गंभीर रोगियों समेत उसके परिजनों का शारीरिक व आर्थिक शोषण दोहन होना निश्चित है।
इस आलोक में एंबुलेंस चालक संघ के जिला अध्यक्ष ललित सहनी ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से बहाल ठिकेदार के अधीन एंबुलेंस सेवा संचालन किया जा रहा है। निजी एजेंसी ने कर्मियों का वेतन भत्ता समेत सभी तरह का आर्थिक भुगतान लगातार रोक रखा है।
इस कारण कार्य बहिष्कार के अलावे उन्हें कोई रास्ता नहीं बचता। जब तक एंबुलेंसकर्मियों का बकाया वेतन का भुगतान नहीं होगा, तब तक हड़ताल जारी रहेगा।