बिरौल न्यूज़: बुआरी गांव में एक दहला देने वाली घटना ने सबको हिलाकर रख दिया है। यहां एक विवाहिता महिला, जो दो छोटे बच्चों की मां थी, कथित तौर पर दहेज लोभियों की बलि चढ़ गई। घर के पलंग पर मिली उसकी लाश, गले पर मिले चोट के निशान और परिवारजनों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोप, कई अनसुलझे सवाल खड़े कर रहे हैं। क्या सचमुच दहेज की आग ने एक और जिंदगी लील ली, या इस रहस्यमय मौत के पीछे कोई और सच छिपा है?
यह सनसनीखेज मामला बिरौल थाना क्षेत्र के बुआरी गांव का है। मृतका की पहचान 23 वर्षीय आरती देवी के रूप में हुई है। आरती के भाई राहुल साहू ने, जो समस्तीपुर जिले के सिंघिया थाना क्षेत्र के लीलहौल निवासी हैं, अपनी बहन की हत्या का आरोप ससुराल पक्ष के पांच नामजद और छह अन्य अज्ञात लोगों पर लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि उनकी बहन की हत्या दहेज के लिए की गई है।
दहेज लोभियों पर गंभीर आरोप
राहुल साहू ने पुलिस को दिए अपने आवेदन में बताया है कि लगभग तीन साल पहले उनकी बहन आरती की शादी बुआरी गांव निवासी नागेश्वर साहू के बेटे रविंद्र कुमार साहू उर्फ रविराज से हुई थी। शादी के समय उनके पिता ने अपनी हैसियत के अनुसार, दस भरी सोना, चांदी और घर-गृहस्थी के सभी सामान के साथ-साथ गाड़ी के लिए पांच लाख इकावन हजार रुपये भी दिए थे।
लेकिन शादी के कुछ ही दिनों बाद से आरती के पति और ससुराल वाले एक चार चक्का गाड़ी की मांग करने लगे। राहुल के अनुसार, उनकी बहन को लगातार धमकाया जाता था कि अगर उसके पिता ने गाड़ी के पैसे नहीं दिए, तो उसे जान से मार दिया जाएगा। आरती ने अपने परिवार वालों को इस प्रताड़ना के बारे में कई बार बताया था।
3 लाख देने के बावजूद भी शांत नहीं हुई आग
राहुल ने आगे बताया कि उनके पिता ने कई बार रविंद्र के पिता नागेश्वर साहू से बात की और बताया कि उन्होंने शादी में अपनी क्षमता के अनुसार सब कुछ दिया है और अब उनके पास और पैसे नहीं हैं। इसके बावजूद, लगभग एक महीने पहले, उनके पिता ने किसी तरह अपनी जमीन बेचकर तीन लाख रुपये इकट्ठे किए और रविंद्र कुमार साहू, उनके पिता नागेश्वर साहू और विनोद कुमार साहू की मौजूदगी में उन्हें गाड़ी के लिए सौंप दिए।
इतनी बड़ी रकम देने के बाद भी ससुराल वालों का लालच शांत नहीं हुआ। आरोप है कि गत 1 दिसंबर की रात, बहनोई रविंद्र कुमार साहू, भाई गोविंद साहू, विनोद कुमार साहू, ननद सोनी देवी, सास शुभकला देवी और छह अन्य लोगों ने मिलकर आरती की जान ले ली।
मौके पर पहुंची पुलिस और एफएसएल टीम
घटना की सूचना मिलते ही बिरौल थानाध्यक्ष चंद्रमणि दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की गहनता से जांच शुरू की। पुलिस को मृतका का शव घर में पलंग पर मृत अवस्था में मिला। जांच के दौरान आरती के गले पर जख्म के निशान पाए गए। घटनास्थल पर फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम भी पहुंची, जिसने कई महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाकर अपने साथ ले गई।
सास गिरफ्तार, अन्य आरोपी फरार
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतका की सास शुभकला देवी को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, आरती का पति रविंद्र कुमार साहू, ससुर नागेश्वर साहू, ननद सोनी देवी और अन्य आरोपी घटना के बाद से ही घर से फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
इस दुखद घटना ने आरती के दो मासूम बच्चों को अनाथ कर दिया है। वह अपने पीछे डेढ़ वर्ष का एक बेटा और मात्र तीन माह की एक दुधमुंही बच्ची छोड़ गई है। थानाध्यक्ष चंद्रमणि ने बताया कि मृतका के भाई के आवेदन पर पांच नामजद और छह अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
क्या कहती है पुलिस?
थानाध्यक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि यह हत्या का मामला है या आत्महत्या, इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। हालांकि, पुलिस सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच कर रही है और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान जारी है।








