दरभंगा, देशज टाइम्स। केरल की घटना को हमास से जोड़ना गलत है। केरल की घटना के दोषी को मिले सजा वह भी कड़ी मिलनी चाहिए। INDIA का काम भारत करने की होड़ में मोदी सरकार को पछताना पड़ेगा। यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. शकील अहमद ने कही। कहा कि केरल में हुई घटना को हमास की घटना से गलत है। यह हमारे देश का मामला है इसको हमास जोड़ने की कोई जरूरत नहीं है। पढ़िए रितेश कुमार सिन्हा की यह रिपोर्ट…
हमारे केरल कितने यहूदी है जो हमस की तरह होगा। क्या भारत पहले इस तरह की आतंवादी घटना नहीं हुई जो इसको हमास से जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में पहले भी आतंकवादी घटना बहुत हुई है।
उन्होंने कहा कि केरल हुई घटना को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश हो रही है। केरल की घटना को हमास की घटना से जो लोग भी इसे जोड़ने की कोशिश कर रहे है वो निंदा के पात्र है।
उनको हमास की से बिल्कुल नहीं जोड़ना चाहिए ये हमारे देश का मामला है। इस केरल की घटना को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से नहीं जोड़ना चाहिए। केरल में हुई घटना की पूरी जांच होनी चाहिए। इस घटना में जो लोग भी शामिल है, उनको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
श्री अहमद ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार अपनी नाकामी अपनी सरकार की ओर से किये गए भ्रष्टाचार से भटकाने के लिए देश की जनता को कभी वन नेशन वन इलेक्शन, यूनिफॉर्म सिविल कोड ,इंडिया भारत के नाम पर बरगलाने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि देश की जनता को इन मुद्दों से भटकने की बजाय सरकार से सवाल पूछना चाहिए की पिछले पांच वर्षों में विकास का क्या क्या काम विकास का हमारे देश हुआ है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी ने अब इंडिया का नाम बदलकर भारत करने में लगे है।
मोदी सरकार की ओर से NCERT से प्रस्ताव मांगा गया है जितने भी कोर्स की बुक में INDIA लिखा हुआ सभी जगह अब BHARAT कर दिया जाय। संविधान का आप संशोधन नहीं कर सकते हैं, क्योंकि आपको वह बहुमत प्राप्त नहीं है।
संविधान के शुरू में ही लिखा हुआ है मोदी जी कागज पर ही सही करीब दस स्किम बनाये है जैसे खेलो इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया, जागो इंडिया उन्होंने सभी जगह से इंडिया हटाने को कह दिया है।