जाले, दरभंगा | प्रखंड क्षेत्र में लगातार बढ़ती पेयजल संकट को देखते हुए पीएचइडी विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। विभाग ने करीब 18 संवेदकों को विभिन्न पंचायतों में कार्य प्रारंभ करने का निर्देश तो दे दिया, लेकिन समाचार भेजे जाने तक किसी भी स्थान पर कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
राजनीतिक दलों ने जताई चिंता, डीडीसी ने दिए निर्देश
19 जुलाई को प्रखंड मुख्यालय स्थित बीडीओ कक्ष में विधानसभा मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सह डीडीसी स्वप्निल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई थी।
इस बैठक में पीएचइडी के जूनियर इंजीनियर नीतू चौहान भी उपस्थित थीं। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में पेयजल संकट और नल जल योजना की विफलता को लेकर डीडीसी के समक्ष नाराजगी जताई।
डीडीसी ने दिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश
डीडीसी ने कार्यकर्ताओं को जेई से परिचय कराते हुए कहा कि 20 जुलाई से 18 संवेदकों की तैनाती कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि प्रखंड के 21 पंचायतों में कुल 287 वार्ड हैं, और कार्य प्राथमिकता के अनुसार होगा।
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने वार्डवार प्राथमिकता सूची भी जेई को सौंप दी।
अब भी नहीं शुरू हुआ कार्य, ग्रामीणों में निराशा
हालांकि, निर्देश मिलने के बावजूद संवेदकों ने किसी भी पंचायत में काम शुरू नहीं किया है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी और निराशा है।
नल जल योजना (Har Ghar Nal Ka Jal) पहले ही ठप पड़ी है, और अब पीएचइडी पर भी सवाल उठ रहे हैं।