सुबह का समय। कुछ लोग टहल रहे थे। कुछ घरों में चाय की चुस्की ले रहे थे। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो देर रात सोते हैं और सुबह देरी से उठते हैं। मगर इन सबको झकाती चुपके से इसी बीच सुबह 7.58 बजे धरती डोली। एक झटका महसूस हुआ।
सोफा पर बेठे लोग हिलने लगते हैं। बिछावन पर सो रहे लोग उठकर भाग निकलते हैं। मैदानों में टहल रहे लोग वहीं बैठ जाते हैं। फिर लोगों ने महसूस किया कि यह भूकंप का झटका था। यह झटका महज 4-5 सेकेंड का था। लेकिन, लोगों में भय जरूर दिखा।
लोग यह भी कह रहे थे कि यह झटका रूपी भूकंप दस्तक देकर गई है। कहीं फिर से ना आ जाए। दरभंगा वैसे भी भूकंप जोन में आता है। दरभंगा समेत मिथिलांचल के एरिया में यह झटका महसूस किया गया है। जब हमने इस झटके को महसूस किया तो विश्वास नहीं हो रहा था तो पड़ोसी को फोन लगाया और जानना चाहा कि भूकंप का झटका क्या आप महसूस किएं है तो उनका जवाब था, हां मैंने भी महसूस किया।
फिर समस्तीपुर जिले के कई लोगों से पूछा, उन्होंने भी हां कहा। फिर मधुबनी जिले के कई लोगों से पूछा तो उन्होंने भी सहमति जताई। ऐसा प्रतीत होता है कि यह झटका उत्तर बिहार के ज्यादातर इलाकों में महसूस किये गए हैं। इस भूकंप का केंद्र काठमांडू बताया जा रहा है। झटके की तीव्रता क्या रही, पढ़िए पूरी खबर।
नेपाल की तराई क्षेत्र में इसका केंद्र रहा है। सुबह सात बजकर 58 मिनट पर यह कुछ सेकेंड के लिए महसूस किया गया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.5 रही है। हालांकि, भूकंप को लेकर कहीं से भी अभी तक जानमाल या किसी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं मिली है।
जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह 7.58 बजे भूकंप आया। बिहार के कई शहरों में इसे लोगों ने महसूस किया है। नेपाल से तीन किमी दूर दिक्तेल में इसका केंद्र रहा है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.5 बताई गई है। भूकंप के ये झटके भारत, चीन और नेपाल के कई शहरों में महसूस किए गए हैं।