कुशेश्वरस्थान, देशज टाइम्स। किसानों के साथ ये बिजली विभाग कैसा मजाक कर रहा है। मामला पूर्वी प्रखंड का है जहां, किसानों को बिजली बिल का बड़ा झटका विभाग ने दिया है वह भी बिना कुछ जलाए, किसी ऊर्जा की खपत किए ही। कारण घर पहुंचा बिल उनकी जलाई गई मीटर की नहीं है। क्योंकि, मीटर लगा ही नहीं है और बिल आ गया है। अब गरीब किसान कहा से दे पाएंगे इतनी राशि। इससे किसानों के (Electricity did not come in Kusheshwarsthan, farmers were handed bills worth thousands) होश पाख्ता हो गए हैं। पढ़िए पूरी खबर
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जानकारी के अनुसार, सरकार एक तरफ हर, घर में बिजली कनेक्शन तो करवा दिया। वहीं, अब इसके बाद हर खेत तक बिजली से पानी पहुंचाने के सरकारी घोषणा के बाद प्रखंड में धरातल पर अब तक पूर्ण काम नहीं उतर पाया है।
किसानों के खेत में बिजली से पानी बिना पहुंचे हैं लेकिन उन्हें 2000 से 3000 रुपए का बिजली बिल विभाग थमा दिया गया है। इससे किसानों में आक्रोश है।
किसानों का कहना है कि खेत पटवन के लिए बिजली विभाग से बिजली कनेक्शन और मीटर लगाने के लिए विभाग को कहा लेकिन विभाग की ओर से शुल्क राशि लेकर बिजली मीटर तो दे दिया गया है लेकिन खेत तक बिजली खंभा ना ही कोई बिजली का तार पहुंचा है।
इसके कारण बिजली मीटर घर पर ही रखे हुए हैं। विभाग को कितने बार कहा गया है कि मीटर घर में रखा हुआ है। खेत तक कम से कम बिजली तार और खंभा लगा दिया जाए ताकि हम लोग गरीब किसान की खेत की पटवन कर सकें।
लेकिन अब तक विभाग की ओर से न ही तार लगाया गया है। बिजली पोल खंभा लगाया गया है। और, किसानों को बिजली बिल उनके घर पहुंचा दिया गया है। अब किसान पूछ रहे हैं कि मीटर लगा नहीं और बिल आ गया। हम गरीब किसान कहा से दे पाएंगे।
जानकारी के अनुसार सिसौना गांव के सैकड़ों किसान अपने खेतों में कनेक्शन लेने के लिए आवेदन एवं मीटर का शुल्क बिजली विभाग में जमा करने के बाद उन्हें मीटर थमा दिया गया है। लेकिन बोरिंग तक वायरिंग नहीं होने से किसानों को अपने खेतों को पटवन करने में पसीना छूट रहा है।
सिसौना के किसान बच्चा बाबू यादव, विश्वनाथ यादव,राम प्रसाद साह, अरुण मुखिया, गरीब साह, जोगी यादव, लक्ष्मी साह, मणि पासवान, प्रमोद यादव, श्याम नंदन यादव, सत्यनारायण यादव, महेश्वर यादव,राम कुमार साह,महेश साह, श्रवण साह सहित कई किसानों ने बताया कि उन्हें खेत पटवन के लिए बिजली कनेक्शन के लिए मीटर मिल गया है।
गेहूं और मक्का सहित अन्य फसलें पटवन करने लायक हो गया है। लेकिन मीटर मिलने के बाद भी अब तक उनके बोरिंग तक बिजली का कनेक्शन नहीं पहुंचने से खेतों का पटवन नहीं हो रहा है। जिससे खेतों में लगी फसल सुखने के कगार पर पहुंच गया है।
किसानों ने बताया कि लंबे ताड़ जोड़कर मोटर चला कर खेत पटवन करना जोखिम भरा काम है। इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। स्थानीय बिजली विभाग के कर्मियों से बार बार बोरिंग तक कनेक्शन जोड़ने का आग्रह करने के बाद भी इसका कोई सुनवाई नहीं हो रहा है। आक्रोशित किसानों का कहना है कि अगर विभाग की ओर से इसका समाधान नहीं किया गया तो 1 दिसंबर को प्रखंड मुख्यालय पर अनिश्चित कालीन धरना की चेतावनी दी है।
उप प्रमुख पति सह समाजसेवी बबन यादव ने बताया कि विभाग कितने बार कहा गया है लेकिन कोई सुनवाई नही किसानों की बिजली बिल दिखाते हुए कहा कि अगर समस्या का समाधान विभाग जल्द नही करता है कि धरना के लिए बाध्य होंगे।
रबी की खेती अगात होने से गेहूं और मक्का के पटवन का समय पूरा हो गया है। लेकिन मीटर मिलने के बाद भी बिजली विभाग के स्थानीय कर्मी के लापरवाही की वजह से किसानों के बोरिंग तक कनेक्शन नहीं पहुंचने से उन्हें अपने खेतों को पटवन करने में भारी परेशानी हो रही है। किसान को अपने निजी खर्च पर बिजली का लंबा ताड़ का इंतजाम कर मोटर चालू कर खेतों को पटवन करना पड़ेगा। लम्बे ताड़ से मोटर चालू कर खेत पटवन करना जोखिम भरा काम है।
बिजली विभाग के कनिय अभियंता राम शंकर सिंह ने बताया कि बिजली पोल पहुंचा हुआ है। एजेंसी अभी तक पोल नहीं लगाया है। बहुत जल्द ही पोल और तार बिछ जाएगा। साथ ही उन्होंने बिजली के बारे में बताया कि किसान मीटर लेते समय कहा कि एजेंसी अपना काम पोल का करते रहेगा। हमलोगों को खेत का समय है। आप मीटर दीजिये। कनेक्शन चालू कीजिये। हमलोग अपना तार लेकर कनेक्शन ले लेंगे, ताकि खेती की पटवन ससमय हो जाएगा, इसके बाद ही मीटर चालू किया गया है जो कि बिजली बिल किसानों को मिला है।